क्या है मुफ्त इलाज वाली दुनिया की सबसे बड़ी स्कीम 'आयुष्मान भारत', जानें कैसे करें पता कि आपको फायदा मिलेगा या नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PM Narendra Modi ने रविवार को रांची में दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थकेयर स्कीम ‘आयुष्मान भारत Ayushman Bharat Scheme’ की शुरुआत कर दी। यह योजना 25 सितंबर से पूरे देशभर में लागू हो जाएगी। इस योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों यानी लगभग 50 करोड़ लोगों को सालाना 5 लाख रुपये का कैशलेस हेल्थ बीमा मिलेगा। इसे पीएम मोदी के नाम पर 'मोदी केयर' भी कहा जा रहा है, जो पीएम होने के साथ-साथ सत्तारूढ़ पार्टी का सबसे बड़ा चेहरा है। फिलहाल देश के 29 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 445 जिलों में यह योजना लागू होने जा रही है, क्योंकि ओडिशा और पश्चिम बंगाल जैसे कुछ राज्यों ने अभी इसे नहीं अपनाया है। आयुष्मान भारत के सूत्रों का कहना है कि तेज पेट दर्द, तेज बुखार, टांके, उत्तकों में चोट, हिस्टेरेक्टोमीज, मनोवस्था संबंधी विकार, मानसिक विकारों, व्यवहार सिंड्रोम, सीजोफ्रेनिया का इलाज केवल सरकारी अस्पतालों में ही किया जाएगा। वहीं गर्भावस्था में ज्यादा जोखिम होने पर या इमरजेंसी वाले मामलों को ही केवल प्राइवेट अस्पतालों में रेफर किया जाएगा। सरकार ने 40 फीसदी मेडिकल पैकेज को केवल सरकार अस्पतालों के लिए अधिकृत किया है। यानी कि कुछ बीमारियों का इलाज केवल सरकारी अस्पतालों में ही होगा। इस योजना में अभी तक 13 हजार से ज्यादा अस्पताल जुड़ चुके हैं, इनमें तकरीबन 7 हजार प्राइवेट अस्पताल शामिल हो चुके हैं। आइए, जानते हैं इस योजना के बारे में:-

क्या है आयुष्मान भारत योजना?

आयुष्‍मान भारत स्‍कीम की घोषणा बजट 2018 के दौरान की गई थी। इसमें लगभग सभी गंभीर बीमारियों का इलाज कवर होगा। कोई भी व्यक्ति (विशेष रूप से महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग) इलाज से वंचित न रह जाए, इसके लिए स्कीम में फैमिली साइज और उम्र पर कोई सीमा नहीं लगाई गई है। इस स्कीम में हॉस्पिटलाइजेशन से पहले और बाद के खर्च को भी शामिल किया गया है। हर बार हॉस्पिटलाइजेशन के लिए ट्रांसपोर्टेशन अलाउंस का भी उल्लेख किया गया है, जिसका भुगतान लाभार्थी को किया जाएगा। आपको बता दें कि इसके पहले चरण की शुरुआत हो चुकी है। इसके तहत हेल्थ सेंटर्स खोले गए है। इसके बाद अब 25 सितंबर से इंश्योरेंस स्कीम शुरू होगी। इसके तहत मुफ्त में हेल्थ बीमा मिलेगा।

इस स्कीम से लोगों को मिलेंगे ये फायदे

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘आयुष्मान भारत’ योजना में अस्पताल में भर्ती से तीन दिन पहले से 15 दिन बाद तक की दवाओं और जांच खर्च भी शामिल होगा। आयुष्‍मान भारत स्‍कीम के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये तक के फ्री हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा दी जाएगी, इसमें लगभग सभी गंभीर बीमारियों का इलाज कवर होगा।

स्कीम का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड जरूरी नहीं

इस योजना में आधार कार्ड जरूरी नहीं है। राशन कार्ड और वोटर आई कार्ड की मदद से रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है और योजना का लाभ उठाया जा सकता है। स्वास्थ्य बीमा के पैनल में शामिल किसी भी अस्पताल से बिना पैसे दिए (कैशलेस) इलाज होगा। ये अस्पताल सरकारी और प्राइवेट कोई भी हो सकता है।

ऐसे तय होगी आपकी पात्रता


इस योजना के लिए एसईसीसी के डाटाबेस में वंचना के आधार पर पात्रता तय की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में वंचना की श्रेणियों (डी1,डी2,डी3,डी4,डी5, डी6 और डी7) के आधार पर लाभार्थियों की पहचान की गई है। शहरी क्षेत्रों में 11 पेशवेर मापदंड पात्रता तय करेंगे।

हर परिवार को मिलेगा 5 लाख सालाना बीमा

- राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत आने वाले हर परिवार को 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा (health insurance) कराया जाएगा। इस बीमा कवर से आप छोटे और बड़े सभी तरह के अस्पतालों में इलाज करा सकेंगे।

- परिवार चाहे जितना बड़ा हो, उसके हर सदस्य को राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत लाभ मिलेगा। महिला-पुरुष, बच्चे-बूढे सब इस योजना के लाभार्थी हो सकते है। उम्र की भी कोई सीमा नहीं है।
- अस्पताल में भर्ती होने के पहले के स्वास्थ्य संबंधी खर्चे (pre hospitalisation expenses) और अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद के खर्चे (post-hospitalisation expenses) भी इसमें शामिल होंगे।
- पॉलिसी लेने के पहले दिन से ही ये सारी सुविधाएं मिलने लगेंगी। अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में आने जाने का भत्ता (निर्धारित दर पर परिवहन भत्ता-transport allowance) भी दिया जाएगा।

कैसे करें पता कि आपको फायदा मिलेगा या नहीं

हेल्पलाइन नंबर और वेबसाइट पर जाकर आप पता कर सकते हैं कि आपको इस योजना का लाभ मिलेगा या नहीं। इसके लिए mera।pmjay।gov।in वेबसाइट लॉन्च की गई है। इसके साथ ही हेल्पलाइन नंबर 14555 भी जारी किया गया है। आप इन दोनों जगहों से पता कर सकते हैं कि आपको इस स्कीम का फायदा मिलेगा या नहीं।

प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का फायदा मिलेगा या नहीं, इसे आप अपने मोबाइल नंबर/राशन कार्ड नंबर, SECC नाम और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के URN के जरिये चेक कर सकते हैं। आप हेल्पलाइन पर फोन कर के भी जान सकते हैं। यहां भी आपको पता चल जाएगा कि आप इस बीमा पॉलिसी के हकदार हैं या नहीं।

योजना से खजाने पर हर साल 5 हजार करोड़ रुपये का बढ़ेगा बोझ

आयुष्मान भारत योजना से फिलहाल खजाने पर हर साल करीब 5,000 करोड़ रुपये का बोझ बढ़ेगा। जो कि अगले साल बढ़कर 10,000 करोड़ हो जाएगा। इस साल 8 करोड़ लोग इससे लाभान्वित हो सकते हैं, वहीं 2020 तक 10 करोड़ लोगों तक पहुंचाने का टारगेट रखा गया है। पहले साल में कुल खर्च में से करीब 3,000 करोड़ केंद्र सरकार देगी। यह कार्यक्रम लाभार्थियों को तत्काल मौके पर कैशलेस और पेपरलेस की सुविधा देगा।

इस योजना के तहत 5 लाख तक के खर्च में, अस्पताल में भर्ती होने के अलावा जरुरी जांच, दवाई, भर्ती से पहले का खर्च और इलाज पूरा होने तक का खर्च भी शामिल है। अगर किसी को पहले से कोई बीमारी है तो उस बीमारी का भी खर्च इस योजना द्वारा उठाया जाएगा।