अयोध्या में 3 घंटे तक रहेंगे PM मोदी, ये है मिनट टू मिनट प्रोग्राम

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चल रहे तीन दिन के अनुष्ठान का आज दूसरा दिन है। मंगलवार को राम जन्मभूमि पर वैदिक रीति से वास्तु शांति, शिला संस्कार और नवग्रह पूजन होगा। उसके बाद श्री हनुमानगढ़ी के प्रतीक चिह्नों की विशेष पूजा की जाएगी। यह सालों बाद होने जा रही है। बुधवार को 12:30 बजे भूमि पूजन शुरू होगा, जो 10 मिनट तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लेने अयोध्या पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर की नींव रखने के लिए अयोध्या में 3 घंटे तक रहेंगे। सुरक्षा के मद्देनजर सोमवार को अयोध्या को सील कर दिया गया है साथ ही कोरोना संकट के कारण गाइडलाइन्स का पालन किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री 5 अगस्त को हनुमानगढ़ी में दर्शन करते हुए 12 बजे जन्मभूमि परिसर पहुंचेंगे। वे यहां पारिजात का एक पौधा लगाएंगे। भूमि पूजन समारोह के देश में लाइव कवरेज के लिए 48 से ज्यादा हाईटेक कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे दूरदर्शन और एएनआई न्यूज एजेंसी के हैं। दूरदर्शन और एएनआई के 100 से ज्यादा सदस्य परिसर में होंगे। अयोध्या में आज होने वाले दीपोत्सव और अन्य कार्यक्रमों के लिए चैनलाें की ओबी वैन राम की पौड़ी में तीन दिन से लगी हुई है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी कई बार जनसभा करने के लिए अयोध्या आए हैं, लेकिन रामलला के दर्शन नहीं किए हैं। अब जब वो यहां आ रहे हैं तो सीधा मंदिर की नींव रखने के लिए ही आ रहे हैं। कोरोना संकट के कारण इस कार्यक्रम में काफी सख्ती बरती जाएगी, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, मास्क पहनना और लगातार सैनिटाइजेशन किया जाना है।

अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा कार्यक्रम...

- 5 अगस्त सुबह करीब 9:35 दिल्ली से प्रस्थान

- 10:35 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पर लैंडिंग

- 10:40 बजे हेलिकॉप्टर से अयोध्या के लिए प्रस्थान

- 11:30 बजे अयोध्या के साकेत कॉलेज के हेलीपैड पर लैंडिंग

- 11:40 बजे हनुमानगढ़ी पहुंचकर 10 मिनट तक दर्शन-पूजन

- 12 बजे राम जन्मभूमि परिसर पहुंचने का कार्यक्रम

- 10 मिनट में रामलला विराजमान का दर्शन-पूजन

- 12:15 बजे रामलला परिसर में पारिजात का पौधारोपण

- 12:30 बजे भूमिपूजन कार्यक्रम का शुभारंभ

- 12:40 बजे राम मंदिर की आधारशिला की स्थापना

- 02:05 बजे साकेत कॉलेज हेलीपैड के लिए प्रस्थान

- 02:20 बजे लखनऊ के लिए उड़ेगा हेलिकॉप्टर

- लखनऊ से दिल्ली के लिए रवाना

बता दे, भूमि पूजन के कार्यक्रम के दौरान एक मंच बनाया जाएगा, जिसपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा संघ प्रमुख मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदी पटेल, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, राम मंदिर ट्रस्ट के नृत्यगोपाल दास मौजूद रहेंगे। इसके अलावा कुल 175 विशिष्ट लोगों को न्योता भेजा गया है, जो कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। इनमें करीब 135 संत शामिल हैं जो देश के अलग-अलग हिस्सों से आएंगे। सभी को मंगलवार रात तक ही अयोध्या पहुंचना होगा। मंगलवार को ही अयोध्या की सीमाएं सील कर दी जाएंगी। हर निमंत्रण कार्ड पर एक कोड है, जो सुरक्षा के चलते तैयार किया गया है। ट्रस्ट की ओर से सबसे पहला न्योता इकबाल अंसारी को दिया गया, जो सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद की ओर से पक्षकार थे। इकबाल अंसारी भूमि पूजन के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत भी करेंगे।

अयोध्या की लगभग सभी सड़कों के किनारे बने घर झंडे से पटे पड़े हैं। इनपर श्रीराम और हनुमान के चित्र बने हैं। 50 हजार से ज्यादा झण्डे अयोध्या शहर से राम जन्म भूमि की तरफ आने वाली सभी सड़कों पर लगाए गए हैं। 40 महिलाओं का समूह मंगलवार सुबह से घरों के बाहर रंगोली बनाएगा। इसके साथ ही दीप जलाने का जिम्मा अवध विवि के फाइन आर्ट के छात्रों को दिया गया है।

ये लोग नहीं आएंगे

कोरोना वायरस महामारी के चलते काफी सावधानी बरती जा रही है। इसलिए 90 साल से अधिक के लोगों को नहीं बुलाया जा रहा है, ऐसे में भाजपा के दिग्गज लालकृष्ण आडवाणी, सुप्रीम कोर्ट में रामलला का केस लड़ने वाले के। परासरण जैसे बड़े लोग नहीं आ पाएंगे। हालांकि, इनके लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था की जा रही है। इनके अलावा कल्याण सिंह, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज भी कोरोना संकट के कारण कार्यक्रम में नहीं पहुंचेंगे।

2100 दीपों की महाआरती

अयोध्या में सरयू घाट पर आंजनेय सेवा संस्थान नित्य महाआरती कराती है। भूमि पूजन समारोह के अवसर पर मंगलवार और बुधवार को संस्थान की ओर से 2100 दीपों की महाआरती करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा कई मंदिरों में सोमवार से ही भूमि पूजन को लेकर दीपोत्सव शुरू हो चुका है। तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने 5100 दीप जलाए तो उदासीन ऋषि आश्रम में हफ्तेभर से दीप जलाकर मंदिर निर्माण की शुरुआत की खुशी मनाई। बुधवार को यह उत्सव अपने चरम पर होगा।

राम मंदिर के भूमि पूजन का मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर शास्त्री ने कहा है कि अभिजीत मुहूर्त के 16 भाग में 15 अति शुद्ध होते हैं जिनमें ये 32 सेकंड अहम है। बुधवार होने से मंदिर निर्माण बिना विघ्न के यशस्वी रूप से पूरा होगा।