विशेष सद्भाव के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PM Narendra Modi ने बहुत बारीकी से तैयार किए गए कुछ ‘मोदी जैकेट Modi Jacket' दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन को भेंट किये हैं जिन्होंने जुलाई में भारत की अपनी पहली राजकीय यात्रा के दौरान इसके प्रति अपनी पसंद जाहिर की थी। सरकारी संवाद समिति योन्हैप ने खबर दी है कि ‘‘मोदी जैकेट'' बिना बांह के जैकेट हैं जिन्हें मोदी सामान्यत: पहनते हैं। राष्ट्रपति मून ने ये जैकेट भेजने पर मोदी को धन्यवाद दिया। मोदी ने ट्विटर पर मून को जैकेट पहने उनकी तस्वीरें भी अपलोड कीं और कहा कि उन पर ये बहुत जंचते हैं।
राष्ट्रपति मून ने ट्वीट किया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे कुछ शानदार कपड़े भेजे। ये ‘मोदी जैकेट' के नाम से चर्चित पारंपरिक भारतीय परिधान के आधुनिक संस्करण हैं जिन्हें आसानी से कोरिया में सिले जा सकते हैं। वे बिल्कुल जंचते हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि भारत की मेरी यात्रा के दौरान मुझसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मेादी ने कहा कि आप इन जैकेट में बहुत जंचते हैं और उन्होंने मुझे विधिवत भेज दिये, सारे मेरी साइज के हिसाब से तैयार किये गये हैं। मैं इस सद्भाव के लिए आपको धन्यवाद देना चाहूंगा। मून के ट्विटर एकाउंट पर दूसरी तस्वीर में विभिन्न रंगों के चार मोदी जैकेट प्रदर्शित किये गये हैं।
जुलाई में मून भारत की पहली सरकारी यात्रा पर आए थे जिस दौरान उन्होंने कोरियाई प्रायद्वीप में स्थिति व द्विपक्षीय व्यापार एवं रक्षा सहयोग बढ़ाने के तौर तरीके जैसे अहम मुद्दों पर मुद्दों के साथ बातचीत की थी। मून ने मोदी को अपने आर्थिक दृष्टिकोण से विश्वशांति में योगदान देने इस साल का सोल शांति पुरस्कार के लिए चुने जाने पर बधाई दी। मून ने ट्वीट किया कि सोल शांति पुरस्कार पाने पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किये ट्वीट मैंने पढ़े हैं। वे कोरियाई में लिखे गये हैं और मैं उनके इस विचारशीलता से भाव विह्वल हो गया। मैं प्रधानमंत्री मोदी को अपनी हार्दिक बधाई देना चाहूंगा। पिछले हफ्ते मोदी को अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं वैश्विक आर्थिक वृद्धि में उनके योगदान को लेकर 2018 में सोल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया था। अब तक तो नेहरू जैकेट के बारे में सुना था, ये मोदी जैकेट कब से बन गई
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मून के इस ट्वीट पर हैरानी जताई। अब्दुल्ला ने सवाल किया- 'अब तक तो नेहरू जैकेट के बारे में सुना था, ये मोदी जैकेट कब से बन गई?' मून जे-इन के इस ट्वीट पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने लिखा- 'यह वाकई शानदार है कि हमारे प्रधानमंत्री ने इन्हें भेजा, लेकिन क्या वे इन्हें बिना नाम बदले नहीं भेज सकते थे? मैंने अपनी पूरी जिंदगी ऐसे जैकेट को नेहरू जैकट के तौर पर पहचाना। अब मुझे दिख रहा है कि इन जैकेट पर ‘मोदी जैकेट’ का लेबल लगा दिया गया है। साफ तौर पर भारत में 2014 से पहले कुछ नहीं था।' बता दें कि केवल उमर अब्दुल्ला ही नहीं कई अन्य ट्विटर यूजर्स ने भी मोदी जैकेट को नेहरू जैकेट बताया।