सीमापार आतंकवाद को लेकर PM मोदी की ट्रंप से फोन पर बात, इमरान खान को बताया शांति का दुश्मन

सीमापार से होने वाले आतंकवाद, द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मामलों को लेकर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) से करीब आधे घंटे तक बातचीत की। जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाने और इसे केंद्रशासित राज्य बनाने के बाद दोनों नेताओं के बीच पहली बार बातचीत हुई है। मोदी ने ट्रंप से बातचीत में इमरान खान को शांति का दुश्मन बताया है। 30 मिनट की बातचीत बेहद गर्मजोशी के साथ हुई जिसमें द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बात हुई। पीएम मोदी ने आतंकरहित वातावरण बनाने पर जोर दिया साथ ही सीमापार से आतंकवाद का मुद्दा भी मजबूती से उठाया। पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत कर उनको पाकिस्तान की तरफ से दिए जा रहे भारत-विरोधी उग्र बयानों से अवगत कराया। मोदी ने क्षेत्र के कुछ नेताओं द्वारा दिए जा रहे भारत विरोधी उग्र और हिंसा भड़काने वाले बयान का जिक्र किया और कहा, 'यह शांति के लिए अनुकूल नहीं है।' आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद से पाकिस्तानी नेतृत्व कश्मीर मसले को लेकर भारत के विरोध में जहर उगल रहा है।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि फोन पर बातचीत दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण संबंध दर्शाती है। प्रधानमंत्री ने जापान के ओसाका में इसी साल जून के आखिर में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान हुई मुलाकात को याद किया। ओसाका में हुई द्विपक्षीय वार्ता का हवाला देते हुए उन्होंने उम्मीद जाहिर कि कि भारत के वाणिज्य मंत्री और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि शीघ्र मिलकर परस्पर हितों को लेकर द्विपक्षीय व्यापार संभावनाओं पर विचार-विमर्श करेंगे। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, मोदी ने टेलीफोन पर बातचीत के दौरान आतंक और हिंसा से मुक्त वातावरण का निर्माण करने और सीमापार आतंकवाद पर लगाम लगाने के महत्व पर प्रकाश डाला। मोदी ने निर्धनता, निरक्षरता और बीमारी से लड़ने की दिशा में इस मार्ग का अनुसरण करने वाले हर किसी के साथ सहयोग करने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई।

इमरान खान ने भी डोनाल्ड ट्रंप से की फोन पर बात

बता दें कि कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को फोन किया था। दोनों नेताओं के बीच करीब 12 मिनट तक बातचीत हुई। इस दौरान ट्रंप ने इमरान को आपसी बातचीत से मामले को सुलझाने को कहा था। इमरान खान से फोन पर बातचीत के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प ने साफ कर दिया है कि भारत के साथ द्विवपक्षीय मसले बातचीत से सुलझाए जाएं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात की जानकारी दी है। कुरैशी ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि ट्रम्प कश्मीर मसला हल करने में अपनी भूमिका निभाएंगे। ट्रंप ने दोनों देशों के पीएम से एलओसी पर शांति बनाए रखने की अपील की।

एक हफ्ते के अंदर ट्रंप और इमरान खान के बीच यह दूसरी बातचीत है। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने इमरान खान को कश्मीर में तनाव घटाने पर बल देने का सुझाव दिया। राष्ट्रपति ने इमरान खान को भड़काऊ बयानबाजी से भी बचने का आग्रह किया। बातचीत में राष्ट्रपति ट्रंप और इमरान खान ने दोनों देशों के बीच परस्पर सहयोग बढ़ाने और व्यापार सहित कई मुद्दों पर मजबूती से आगे बढ़ने पर जोर दिया।