'संकल्प पत्र' - राष्ट्रवाद हमारी प्रेरणा, अंत्योदय हमारा दर्शन और सुशासन मंत्र है : पीएम मोदी

लोकसभा चुनावों के लिए सोमवार को बीजेपी ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। पार्टी ने अपने घोषणा पत्र को संकल्प पत्र का नाम दिया है। संकल्प पत्र जारी होने के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि साल 2022 में जब आजादी के 75 साल होंगे, तब सपनों का भारत बनाने के लिए हमने 75 लक्ष्य तय किये हैं। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में हमारे सारे कामों को देखा जाए तो हमारे सभी कामों की रचना के मूल में सामान्य मानवीय की आवश्यकताओं को बल दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि घोषणापत्र में तीन प्रमुख बातों का उल्लेख है। राष्ट्रवाद हमारी प्रेरणा है। अंत्योदय दर्शन है और सुशासन मंत्र है। वन मिशन, वन डायरेक्शन को लेकर आगे बढ़ने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने वादा किया कि आज देश के कई प्रदेशों में पानी की समस्या के समाधान को गंभीरता से सोचने की जरूरत है, इसलिए हम एक अलग 'जल शक्ति मंत्रालय' बनाएंगे। पीएम (PM Modi) ने कहा कि जो काम 50-60 के कालखंड में होना चाहिए था, वह हमें 2014 में करना पड़ा। सभी को साथ लेकर चलने की कोशिश है। विकास को जन आंदोलन बनाएंगे। दिल्ली के एसी कमरों में बैठकर गरीबी को परास्त नहीं किया जा सकता है। गरीब ही गरीबी को दूर कर सकता है और उन्हें सशक्त बनाना होगा। पीएम ने कहा कि मैं बदलाव को बारीकी से देखता हूं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भ्रष्टाचार को दूर करने में हमें सफलता मिली है। शासन व्यवस्था में कई रिफॉर्म्स किये हैं। हमारा संकल्प पत्र सुशासन पत्र भी है और राष्ट्र की सुरक्षा और खुशहाली का संकल्प पत्र भी है। 2047 में देश विकासशील से विकसित बने यह कोशिश है। इसकी नींव अभी रखनी होगी।

पीएम मोदी ने कहा, ‘’अपने इस कार्यकाल में हमने सामान्य मानवीय की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर शासन चलाया। अब उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम क्या कर सकते हैं, वो संकल्प पत्र में लेकर आए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘’देश का विकास करने के लिए विकास को जन आंदोलन बनाने की जरुरत है और इसका सफल प्रयोग ‘स्वच्छता’ है। आज स्वच्छता एक जन आंदोलन बन गई है।’’