जानें कौन है वो भारतीय जिसको देश में लगी सबसे पहली वैक्सीन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह 11:05 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत की। टीकाकरण अभियान की शुरुआत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जनता कर्फ्यू, कोरोना के विरुद्ध हमारे समाज के संयम और अनुशासन का भी परीक्षण था, जिसमें हर देशवासी सफल हुआ। जनता कर्फ्यू ने देश को मनोवैज्ञानिक रूप से लॉकडाउन के लिए तैयार किया। हमने ताली-थाली और दीए जलाकर, देश के आत्मविश्वास को ऊंचा रखा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत का टीकाकरण अभियान बहुत ही मानवीय और महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर आधारित है, जिसे सबसे ज्यादा जरूरत है, उसे सबसे पहले कोरोना का टीका लगेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मैं ये बात फिर याद दिलाना चाहता हूं कि कोरोना वैक्सीन की 2 डोज लगनी बहुत जरूरी है। पहली और दूसरी डोज के बीच, लगभग एक महीने का अंतराल भी रखा जाएगा। दूसरी डोज़ लगने के 2 हफ्ते बाद ही आपके शरीर में कोरोना के विरुद्ध ज़रूरी शक्ति विकसित हो पाएगी।'

मनीष कुमार को लगी पहली कोरोना वैक्सीन

दिल्ली स्थित एम्स से देश में टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई। देश में सबसे पहला टीका एम्स के सैनिटेशन डिपार्टमेंट के एक कर्मचारी मनीष कुमार को लगाया गया। इसके साथ ही मनीष कुमार कोरोना का वैक्सीन लेने वाले देश के पहले नागरिक बन गए हैं।

AIIMS डायरेक्टर ने खुद लगवाई कोरोना वैक्सीन

कोरोना वैक्सीन को लेकर सभी आशंकाओं, अफवाहों और भ्रम को दूर करने के लिए दिल्ली स्थित एम्स के डॉयरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने आज खुद कोरोना वैक्सीन की डोज ली। डॉक्टर गुलेरिया ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन की मौजूदगी में वैक्सीन लगवाई। डॉ गुलेरिया देश के टॉप चिकित्सा विशेषज्ञ हैं। डॉ गुलेरिया ने वैक्सीन लगवाकर इससे जुड़ी सभी तरह की आशंकाओं को निराधार साबित कर दिया है।