वाराणसी : काशी में बोले PM मोदी, 'काशी को लेकर निश्चिंत था, इसलिए बाबा केदारनाथ के दरबार में जाकर बैठ गया'

लोकसभा चुनाव 2019 (lok sabha elections 2019) में मिली प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सोमवार को (27 मई) पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह ने काशी विश्‍वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। वाराणसी सीट से दूसरी बार जीत के बाद मोदी का यह पहला दौरा है। नामांकन के दौरान उन्होंने यहां रोड शो करके कहा था कि जीत के बाद धन्यवाद देने आऊंगा। दीनदयाल हस्तकला संकुल में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करते हुए मोदी ने कहा , ‘‘मैं भाजपा कार्यकर्ताओं के आदेश का पालन करता हूं। उनका संतोष ही मेरा जीवनमंत्र है। चुनाव में काशी को लेकर निश्चिंत था, इसीलिए बाबा केदारनाथ के दरबार में जाकर बैठ गया था।’’

मोदी ने कहा, ‘‘पार्टी और कार्यकर्ता जो आदेश करते हैं, उसका पालन करने का प्रयास करता हूं। पिछले महीने 25 तारीख को मैं यहां था, जिस आन-बान शान के साथ काशी ने एक विश्व रुप दिखाया था। उसने पूरे हिंदुस्तान को प्रभावित किया था। कार्यकर्ताओं ने मुझे आदेश दिया था कि एक महीने तक आप काशी में प्रवेश नहीं कर सकते हैं। देश ने भले ही पीएम बनाया हो, लेकिन आपके लिए कार्यकर्ता हूं।’’

बता दे, पीएम मोदी को वाराणसी की जनता ने एक बार फिर जीत का ताज पहनाया है। पीएम मोदी को कुल 6,74,664 वोट मिले। वहीं शालिनी यादव को 1,95,159 वोट हासिल हुए। कांग्रेस के अजय राय तीसरे स्थान पर रहे, जिन्हें 1,52,548 मत प्राप्त हुए। पीएम मोदी 30 मई को दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। लोकसभा चुनाव 2019 (lok sabha elections 2019) में पीएम मोदी और बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह के नेतृत्‍व में बीजेपी और एनडीए ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। इन चुनाव में बीजेपी को 303 सीटें हासिल हुई हैं। एनडीए को कुल 353 सीटें हासिल हुई हैं। वहीं कांग्रेस नीत यूपीए को महज 90 सीटें मिली हैं, जिनमें कांग्रेस को सिर्फ 52 सीटें मिलीं।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘चुनाव परिणाम, वो तो एक गणित होता है। 20वीं सदी के चुनावों के हिसाब-किताब भी गणित और अंकगणित के दायरे में चले होंगे। लेकिन 2014, 2017 और 2019 के चुनाव में देश के राजनीतिक विश्लेषकों को मानना होगा कि अर्थमैटिक के आगे भी केमिस्ट्री होती है। देश में समाज शक्ति की जो केमिस्ट्री है। आदर्शों, संकल्पों की जो केमिस्ट्री है, वो कभी-कभी सारे गुणा-भाग को, अंक गणित को पराजित कर देती है। इस चुनाव में अंक गणित को कैमिस्ट्री ने पराजित किया है।’’

मोदी ने कहा, ‘‘18-19 तारीख को मन हुआ कि काशी चले जाएं, लेकिन आपने आदेश दिया है। यह बाबा नहीं तो कोई और बाबा। शायद ही कोई उम्मीदवार चुनाव और चुनाव के नतीजों के समय इतना निश्चिंत होता है। इसका कारण मोदी नहीं, बल्कि आपका परिश्रम है। काशी का विश्वास है। नतीजे आए तब भी निश्चिंत था। मौज के साथ केदारनाथ में बाबा के चरणों में जाकर बैठ चुका था।’’

मोदी ने कहा, ‘‘काशी तो अविनाशी है। आप लोगों ने इतने कार्यक्रम किए, मुझे जानकारी मिलती थी। यहां चुनाव को लोकोत्सव बना दिया गया। पूरे चुनाव अभियान में कह सकता हूं कि तू-तू, मैं-मैं का पक्ष कम था, अपनत्व ज्यादा था। इस चुनाव में जो अलग-अलग दलों और निर्दलीय साथी चुनाव में थे। उनका भी धन्यवाद करता हूं कि काशी के गरिमा के स्वरूप अभियान को आगे बढ़ाया।’’

मोदी ने कहा, ‘‘इस चुनाव में कार्यकर्ताओं के साथ मिलना हुआ तो मैंने कहा था कि यहां पर नामांकन तो एक नरेंद्र मोदी का हुआ होगा, यह चुनाव घर-घर और गली-गली का नरेंद्र मोदी लड़ेगा। एक प्रकार से आप सब नरेंद्र मोदी बन गए। इस पूरे अभियान को आपने चलाया।’’

मोदी ने कहा, ‘‘हमने केरल, बंगाल और कश्मीर में सिलेक्टिव मानवतावाद, संवेदनशीलता का संकट झेला है। हमारे सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शाहदत मोल ली। विचारधारा के कारण उन्हें मौत के घाट उतारा गया। त्रिपुरा में फांसी पर लटका दिए जाते थे। बंगाल में अभी भी नहीं रुक रहा है। कश्मीर में जान की बाजी लगाई है। इन राज्यों में हिंसा को मान्यता दी गई है।’’

मोदी ने कहा, ‘‘अंबेडकर और गांधी ने छुआछूत को खत्म करने के लिए अपनी जिंदगी खपाई, लेकिन राजनीतिक छुआछूत दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या होना और दूसरी तरफ भाजपा का नाम लेते ही अनटचैबिलिटी, छुओ मत। जो लोग अपने आप को एकता का ठेकेदार बनाते हैं, उन्होंने सिर्फ आंध्र का विभाजन किया। वहां आज भी शांति का महौल नहीं बन पाया है।’’

मोदी ने कहा, ‘‘भाजपा राजनीतिक कैनवास में लोकतंत्र को लेकर जीने वाली अकेली पार्टी है। हम सत्ता में आकर भी लोकतंत्र की परवाह करने वाले लोग हैं। दूसरी सरकारों में विपक्ष का नाम तक नहीं होता है। त्रिपुरा में 30 साल तक विपक्ष का शासन रहा, क्या वहां विपक्ष था? दो साल से हम सत्ता में, वहां शानदार विपक्ष है। संसद का इस्तेमाल चर्चा के लिए होना चाहिए, लेकिन जब चर्चा में मुद्दे और तथ्य न हो तो हंगामा किया जाता है। हम जाति और संप्रदाय से ऊपर महान विरासत और आधुनिक विजन के साथ चलने की कोशिश करेंगे।’’

अमित शाह बोले, 'गुजरात के सीएम के रूप में जब मोदी जी ने शपथ ली तब अखबारों ने लिखा था कि मोदी जी को शासन का अनुभव नहीं है। मोदी जी ने भी सरलता से कहा था कि मुझे शासन का अनुभव नहीं है। आज विश्व ने स्वीकारा कि भारत के सबसे सफल मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी हैं।'