Article 370: आज देश को संबोधित कर सकते हैं PM मोदी, जम्मू-कश्मीर पर करेंगे बात

मंगलवार को संसद ने संविधान के अनुच्छेद 370 (Article 370) के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म करते हुए जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म कर दिया। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो अलग-अलग केंद्र शासित क्षेत्र बनाने वाला विधेयक भी पारित हो गया। इसके साथ ही अब खबरे आ रही है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) गुरुवार को देश को संबोधित कर सकते हैं। दरअसल प्रधानमंत्री को 7 अगस्त को ही देश को संबोधित करना था लेकिन वरिष्ठ भारतीय नेता और पूर्व केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया। नरेंद्र मोदी इस संबोधन में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने और इसे दो केंद्र शासित क्षेत्रों में तब्दील करने के फैसले पर बात करेंगे।

बता दे, इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले 27 मार्च को सैटेलाइट रोधी मिसाइल द्वारा एक जीवित सैटेलाइट को मार गिराने की क्षमता की घोषणा करते हुए राष्ट्र को संबोधित किया था।

बता दे, अनुच्छेद 370 के चलते जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा मिला हुआ था। अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए के चलते जम्मू-कश्मीर के नागरिकों को भारत के निवासियों की अपेक्षा अलग अधिकार मिले हुए थे। ये अधिकार नागरिकता, संपत्ति के अधिकार और मूल कर्तव्यों से जुड़े थे। इन्हीं प्रावधानों के चलते अन्य राज्यों के नागरिक जम्मू-कश्मीर में संपत्ति आदि नहीं खरीद सकते थे।

मोदी सरकार के इस कदम का कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने विरोध किया है। नई व्यवस्था लागू कराने के लिए जम्मू-कश्मीर में भारी मात्रा में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। खुद NSA अजीत डोभाल घाटी में पहुंचे हुए हैं और सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित कर रहे हैं। कई नेताओं को नजरबंद भी किया गया है। ऐसा किसी भी हिंसक घटना से बचने के लिए किया गया है।

बता दे, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाने के फैसले के बाद वहां का माहौल शांतिपूर्ण बना हुआ है। अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाने से पहले घाटी के नेताओं को नजरबंद किया गया था। इसमें महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला समेत अन्य नेताओं का नाम शामिल है। वही अब स्थानीय पुलिस ने एहतिहात के तौर पूर्व मंत्री और डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी के अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह को नजरबंद किया है। लाल सिंह पहले जम्मू के नेता हैं, जिन्हें नजरबंद किया गया है। चौधरी लाल सिंह को जम्मू के गांधीनगर में उनके सरकारी आवास से निकलने की इजाजत नहीं है।

जम्मू-कश्मीर के नेताओं पर एक्शन

नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि कश्मीर घाटी में लोगों को कैद किया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि हम जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के सरकार के फैसले से नाराज है। मेरा देश सेक्युलर और लोकतांत्रिक है, हम अनुच्छेद 370 को चुनौती देंगे। हम शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं। हम शांति में विश्वास रखते हैं और हम शांति से अपनी लड़ाई लड़ेंगे। ये हमारी हत्या करना चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि हम ग्रेनेड या पत्थर फेंकने वाले नहीं हैं। मेरा भारत सभी के लिए लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष है। हम बदलाव के लिए शांतिपूर्ण संकल्प में विश्वास रखते हैं।

नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) नेता उमर अब्दुल्ला ने इससे पहले रविवार रात में डर जाहिर किया था कि उन्हें मुख्यधारा के अन्य नेताओं के साथ नजरबंद किया जाने वाला है, वहीं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने इस कदम को अजीब बताया था।