
अलास्का की एक झील में एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, लेकिन चमत्कारिक रूप से पायलट और दो बच्चों की जान बच गई। ये तीनों करीब 12 घंटे तक विमान के पंखों पर बैठे रहे, जब तक कि उन्हें बचा नहीं लिया गया। विमान आंशिक रूप से बर्फीली झील में डूब गया था। एक व्यक्ति ने उन्हें देखा और तुरंत अधिकारियों को सूचना दी, जिसके बाद बचाव अभियान शुरू किया गया।
फेसबुक पोस्ट से मिली जानकारी, पंखों पर बैठे मिले यात्रीरविवार की रात टेरी गोडेस नामक एक व्यक्ति ने फेसबुक पर लापता विमान को खोजने की अपील देखी। सोमवार सुबह वह तुस्तुमेना झील की ओर गए, जहां उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा बिखरा हुआ पाया। उन्होंने बताया कि जब वह करीब पहुंचे, तो उन्होंने जहाज के पंखों पर तीन लोगों को देखा। गोडेस ने कहा, यह देखकर मेरा दिल टूट गया, लेकिन जैसे-जैसे मैं करीब गया, मैंने देखा कि वे जीवित थे और हिल-डुल रहे थे। यह किसी चमत्कार से कम नहीं था। पायलट और दोनों बच्चों ने हाथ हिलाकर उन्हें इशारा किया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि वे सुरक्षित हैं।
लापता विमान और परिवार की सुरक्षित वापसीलापता पाइपर पीए-12 सुपर क्रूजर विमान को एक व्यक्ति उड़ा रहा था, जिसमें उसके परिवार के दो बच्चे भी सवार थे। इस दर्दनाक हादसे के बावजूद, सभी सुरक्षित बचा लिए गए, जिससे यह घटना एक चमत्कारिक बचाव अभियान बन गई।
नेशनल कोस्ट गार्ड ने किया रेस्क्यूअलास्का में विमान दुर्घटना के बाद, नेशनल गार्ड ने सोमवार को तुस्तुमेना झील के पूर्वी किनारे से पायलट और दो बच्चों को सुरक्षित बचा लिया। यह बचाव अभियान तेजी से किया गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। विमान के लापता होने की सूचना मिलते ही, टेरी गोडेस ने अन्य पायलटों को अलर्ट किया। इस पर पायलट डेल आयशर ने प्रतिक्रिया दी, क्योंकि वह स्किलाक झील के पास थे और वहां से बेहतर सेलुलर रिसेप्शन प्राप्त कर सकते थे। आयशर ने तुरंत अधिकारियों को विमान के सटीक निर्देशांक भेजे, जिससे बचाव अभियान को गति मिली। आयशर ने बताया, शुरुआत में हमें संदेह था कि हम उन्हें ढूंढ पाएंगे, क्योंकि पहाड़ों के कई हिस्सों में घने बादल छाए हुए थे। हालांकि, उनकी सतर्कता और तेजी से मिली सूचना के कारण नेशनल गार्ड समय रहते बचाव करने में सफल रहा।
अस्पताल में मिली राहतरेस्क्यू किए जाने के बाद, पायलट और दोनों बच्चों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी जांच की। सौभाग्य से, उन्हें केवल मामूली चोटें आई थीं, और वे पूरी तरह सुरक्षित थे। इस घटना ने एक बार फिर दिखाया कि सतर्कता और सही समय पर प्रतिक्रिया किस तरह जीवन बचा सकती है।