लेफ्टिस्टों और माओवादी के हाथों में चला गया है किसान आंदोलन: पीयूष गोयल

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध का आज 17वां दिन है। किसान संगठनों ने दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक ठप करनी की चेतावनी दी है। वहीं दूसरी तरफ हरियाणा में किसानों ने टोल प्लाजा को घेरने का आह्वान किया है। लिहाजा, गुरुग्राम और फरीदाबाद में पुलिस अलर्ट है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

उधर, केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने किसान आंदोलन को लेकर कहा है कि अब यह आंदोलन ज्यादातर लेफ्टिस्टों और माओवादियों के हाथ में चला गया है। ये वामपंथी दल अपना एजेंडा चलाना चाहते हैं। एनबीटी से खास बातचीत में गोयल ने कहा कि वामपंथी किसानों को भड़का रहे हैं। गोयल ने उस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि क्या सरकार तीनों कृषि कानून वापस लेगी जिसकी किसान मांग कर रही है। गोयल ने साफ कहा कि इस बिल से देश के सभी किसानों को बेहद फायदा पहुंचने वाला है। कुछ थोड़े से लोगों के लिए पूरे देश के किसानों के फायदे का नुकसान नहीं किया जा सकता।

गोयल ने किसानों से अपील की है कि वे उनके बहकावे में ना आकर सरकार से बातचीत करें। किसानों के लिए सरकार के दरवाजे खुले हैं और सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है।

MSP, चर्चा सब कुछ पर सरकार दे रही है आश्वासन

पीयूष गोयल ने कहा किसान बिल के किसी भी मसले पर अगर चर्चा करना चाहते हैं तो सरकार से आकर बातचीत करे। सरकार इसके लिए तैयार है। जहां तक MSP का सवाल है लोकसभा से लेकर सरकार की ओर से किसानों को पूरा आश्वासन दिया गया है कि इसे वापस नहीं लिया जाएगा। यह जारी रहेगा। इस बार 23% ज्यादा किसानों का अनाज खरीदा गया। गोयल ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि किसान देशहित में इस कानून को समझेंगे। इससे उन्हें तमाम तरह की बंदिशों से आजादी मिलेगी।

आपको बता दे, नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन लगातार उग्र होता जा रहा है। सरकार के साथ किसानों की बातचीत में भी अब तक इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका है। उधर, सात जिलों के तकरीबन 1000 गांवों से 1500 वाहन प्रदर्शन वाली जगह पर पहुंचने वाले हैं। इन गाड़ियों में 1300 ट्रैक्टर ट्रॉलियां शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों का यह काफिला इस सप्ताह के अंत तक पंजाब से दिल्ली बॉर्डर पर पहुंच सकता है। इस बात की जानकारी किसान मजदूर संघर्ष समिति की ओर से दी गई है।

30,000 किसान होंगे शामिल

किसान मजदूर संघर्ष समिति (KMSC) के अनुसार पंजाब के प्रदर्शनकारियों का एक नया काफिला आ रहा है, जिसके रविवार तक दिल्ली सीमा तक पहुंचने की उम्मीद है। किसान मजदूर संघर्ष समिति (KMSC) का अनुमान है कि काफिले में 1,000 कारों के साथ ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर लगभग 30,000 प्रदर्शनकारियों आ रहे हैं। वहीं जिला के आलाअधिकारियों ने कहा कि वे प्रदर्शनकारियों और दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों की गिनती नहीं कर रहे। KMSC के प्रेस सचिव बलजिंदर सिंह संधू ने कहा कि नया काफिला लंबे समय तक टिकेगा। हम राशन, रजाई, कपड़े, एलपीजी सिलेंडर, बाल्टियाँ आदि लेकर आ रहे हैं। हमारी ट्रॉलियाँ वाटरप्रूफ शीट्स से ढकी हुई हैं और हम दिल्ली के मौसम के लिए तैयार हैं। आपको बता दें KSMC ही पहला किसान संगठन था जिसने केंद्र की मोदी सरकार के किसान कानूनों के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था।