मोदी सरकार का अंतरिम बजट पेश होने से 9 दिन पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल को वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया। अरुण जेटली अस्वस्थ हैं और इलाज के लिए विदेश में हैं, इस वजह से उनके मंत्रालयों का प्रभार गोयल को दिया गया है। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर वित्त मंत्रालय और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार अस्थायी रूप से गोयल को सौंपा गया है। गोयल के पास जो मंत्रालय हैं वो उसका कामकाज भी देखेंगे। जेटली फिलहाल बिना किसी पोर्टफोलियो के मंत्री बने रहेंगे। स्वस्थ होने के बाद जेटली फिर से वित्त और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालेंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि जेटली की जगह पीयूष गोयल 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश कर सकते हैं।
अरुण जेटली 13 जनवरी को इलाज के सिलसिले में अमेरिका गए हैं। अमेरिका जाने से इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि जेटली अंतरिम बजट पेश करने के लिए वापस नहीं लौट पाएंगे। जेटली ने खुद कहा था कि वो दो हफ्ते के लिए अमेरिका जा रहे हैं।
बीजेपी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार को एक फरवरी को अपने मौजूदा कार्यकाल का अंतिम बजट पेश करना है। हलवा सेरेमनी के बाद बजट दस्तावेजों की छपाई प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो चुकी है।
ये दूसरी बार है जब पीयूष गोयल को वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इससे पहले पिछले साल अरुण जेटली तीन महीने तक छुट्टी पर थे। 14 मई 2018 को उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। गोयल ने 100 दिन तक जेटली की अनुपस्थिति में इन मंत्रालयों का प्रभार संभाला था। जेटली पिछले साल 23 अगस्त को काम पर लौट आए थे और उन्होंने वित्त और कॉरपोरेट मंत्रालयों की जिम्मेदारी फिर संभाल ली थी। सूत्रों ने बताया कि चिकित्सकों ने जेटली को दो सप्ताह आराम करने की सलाह दी है। 66 वर्षीय जेटली 13 जनवरी को अमेरिका गए थे। सूत्रों ने कहा कि इसी सप्ताह उनकी ‘सॉफ्ट टिश्यू' कैंसर के लिए जांच की गई थी। इस दौरान भी जेटली सोशल मीडिया पर सक्रिय रहे। फेसबुक पर पोस्ट लिखने के अलावा उन्होंने मौजूदा मुद्दों पर ट्वीट भी किए।