पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी जारी है। आज पेट्रोल 14 पैसे और डीजल 10 पैसे महंगा हुआ है। लगातार बढ़ती कीमतें थमने का नाम नहीं ले रही है। अब जो खबरे आ रही है उसकों जानकार आपको झटका लगने वाला है। हर तरफ अब एक ही चर्चा हो रही है कि जल्द पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर तक पहुंचने वाली है। बता दे, इस समय अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 4 साल में सबसे महंगा है। क्रूड उत्पादक देशों की ओर से घटी सप्लाई के चलते एक बैरल क्रूड के दाम 81.39 डॉलर हो गए है। इसीलिए अब कई एक्सपर्ट्स क्रूड के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचने की आशंका जताने लगे है। अगर ऐसा होता है तो देश में एक लीटर पेट्रोल के दाम 100 रुपये के पार पहुंच सकते हैं। मंगलवार को दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल के दाम 82.86 रुपये और डीजल के दाम 74.12 रुपये प्रति लीटर है।
100 रुपये हो सकता है एक लीटर पेट्रोल के दामकेडिया कमोडिटी के एमडी अजय केडिया ने न्यूज18हिंदी को बताया कि कच्चा तेल अगर 100 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को छूएगा तो देश में पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच सकते है। हालांकि, इससे पहले सरकार एक्साइज ड्यूटी घटा सकती है। इसीलिए इसकी आशंका बेहद कम है।
क्रूड का उत्पादन नहीं बढ़ाएंगेओपेक के सबसे बड़े उत्पादक सऊदी अरब और रूस ने बयान जारी कर कहा है कि वह क्रूड का उत्पादन नहीं बढ़ाएंगे। रूस ने कहा है कि बाजार में अतिरिक्त कच्चे तेल की जरूरत नहीं है। Opec देशों ने कहा कि प्रतिबंध से प्रभावित ईरान से आपूर्ति में होने वाली किसी भी कमी को पूरा करने के लिए वह उत्पादन नहीं बढ़ाएंगे। इसके बाद क्रूड के दाम में 2 डॉलर प्रति बैरल का इजाफा देखने को मिला और यह 81 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। ओपेक के इस फैसले से भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें और बढ़ने की आशंकाएं पैदा हो गई हैं।
85 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है भावब्लूमबर्ग के मुताबिक, दिसंबर तक क्रूड के दाम 90 डॉलर प्रति बैरल को छू सकते हैं। वहीं, 2019 की शुरुआत में यह 100 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है। ऐसे में भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा तय माना जा रहा है। वहीं, एनालिस्ट का मानना है कि अगले कुछ दिन में ही कच्चा तेल 85 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है। इससे शॉर्ट टर्म में ब्रेंट क्रूड 85 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है। वहीं घरेलू स्तर पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 2 से 3 रुपए की बढ़ोतरी हो सकती है।
रुपये में कमजोरी बढ़ा रही है चिंतादेश के सबसे बड़े बिजनेस चैनल सीएनबीसी आवाज़ की ओर से अर्थशास्त्रियों, बैंकर्स और फॉरेक्स एक्सपर्ट के बीच कराए गए पोल में रुपये के 75 प्रति डॉलर तक पहुंचने की आशंका जताई गई है। आपको बता दें कि रुपये के कमजोर होने से कच्चा तेल खरीदना महंगा हो जाता है। ऐसे में कंपनियां (HPCL, BPCL, IOC) पेट्रोल, डीज़ल के दाम बढ़ा सकते हैं।
दिसंबर तक रुपया कितना गिरेगा, इस सवाल के जवाब में 100 फीसदी लोगों का मानना है कि डॉलर के मुकाबले रुपया 73 तक जा सकता है। वहीं मार्च 2019 तक रुपये का स्तर क्या हो सकता है, इसके जवाब में सबसे ज्यादा 69 फीसदी लोगों ने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपया 70-75 के बीच रह सकता है। 23 फीसदी के मुताबिक डॉलर के मुकाबले रुपया 70 के नीचे आ सकता है। 8 फीसदी मानते हैं कि डॉलर के मुकाबले रुपया 75 के ऊपर जा सकता है।
जानकारों से पूछा गया कि रुपये पर सबसे ज्यादा किसका असर दिख सकता है, इसके जवाब में 29 फीसदी ने कहा कि ट्रेड वॉर से रुपये में गिरावट बढ़ सकती है। 31 फीसदी ने कहा कि मजबूत डॉलर से रुपये पर और दबाव संभव है। 26 फीसदी ने कहा कि महंगा क्रूड भी रुपये की चाल बिगाड़ सकता है। वहीं 14 फीसदी का मानना है कि भारत में चुनाव से रुपये में गिरावट देखने को मिल सकती है।