पेट्रोल-डीजल की मार से आम जनता को सरकार ने बड़ी राहत दी है। लगातार बढ़ती कीमतों को देखते हुए केंद्र सरकार ने गुरुवार को पेट्रोल और डीजल पर से एक्साइज ड्यूटी 1.50 रुपये घटाने का फैसला किया है। इस तरह केंद्र सरकार की तरफ से जनता को 2.50 पैसे की राहत मिलेगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस बात की घोषणा करते हुए कहा कि यह कटौती एक्साइज ड्यूटी में की गई है। इसमें 1.50 रुपये केंद्र सरकार और 1 रुपया तेल मार्केटिंग कंपनियां कटौती करेंगी। दिल्ली में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी घटने के बाद इसकी कीमत 81.50 रुपये प्रति लीटर हो गई है। बता दें कि दिल्ली में गुरुवार को पेट्रोल की कीमत 84 रुपये प्रति लीटर थी। वहीं, डीजल की कीमतों में भी कटौती हुई है, जिससे आज दिल्ली में डीजल 72.95 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
वहीं, आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल की कीमतों में लगभग 3 रुपये की कटौती की गई है, जिससे आज मुंबई में पेट्रोल की कीमत 86.97 रुपये प्रति लीटर हो गई है। जबकि डीजल की कीमत 77.45 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
5 अक्टूबर 2018 को आपके राज्य में पेट्रोल की कीमत (रुपये प्रति लीटर)मुंबई (महाराष्ट्र) - ₹ 86.97
लखनऊ (यूपी) - ₹ 78.95
फरीदाबाद (हरियाणा) - ₹ 80.45
कोलकाता (पश्चिम बंगाल) - ₹ 83.35
चेन्नई (तमिलनाडु) - ₹ 84.70
रायपुर (छत्तीसगढ़) - ₹ 84.33
गुवाहाटी (असम) - ₹ 82.53
शिमला (हिमाचल प्रदेश) - ₹ 81.08
भोपाल (मध्य प्रदेश) - ₹ 86.79
देहरादून (उत्तराखंड) - ₹ 81.79
इस फैसले के बाद वित्त मंत्री जेटली ने राज्य सरकारों ने भी कीमत घटाने का अनुरोध किया उन्होंने कहा यदि राज्य भी इतनी ही कटौती करें, तो दामों में पांच रुपये प्रति लीटर की कमी आएगी। गुरुवार को भी इनके दामों में क्रमश: 15 पैसे और 20 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वित्त मंत्री ने बताया कि उन्होंने राज्य सरकारों से भी वैट में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती करने का आग्रह किया है। अगर सभी राज्य सरकारें इस तरह का ऐलान करती हैं तो फिर पेट्रोल-डीजल पर लोगों को 5 रुपये प्रति लीटर की बड़ी राहत मिल जाएगी। इसके तुरंत बाद गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा, असम और झारखंड ने तेल पर वैट में 2.5 रुपए की कमी का ऐलान किया था।
1 डॉलर की कीमत 73.5 रुपये के पार1 डॉलर की कीमत 73.5 रुपये के पार निकल गई है। गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे की कमजोरी के साथ 73.60 के स्तर पर खुला है, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है। वहीं खुलने के बाद डॉलर के मुकाबले रुपया 73.70 तक टूट गया। डॉलर के मुकाबले रुपये के 70 के स्तर पार पहुंचने का असर कच्चे तेल के आयात पर हो सकता है। आयात महंगा होगा तो ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ा सकती हैं। देश में खाने-पीने की चीजों और दूसरे जरूरी सामानों के ट्रांसपोर्टेशन के लिए डीजल का इस्तेमाल होता है।