आज फिर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हुआ इजाफा, जानिए दिल्ली-मुंबई में कितने बढ़े दाम

रविवार को देशभर एक बार फिर तेल की कीमतों में इजाफा हुआ है। दिल्ली में आज पेट्रोल की कीमतों में 14 पैसे का इजाफा हुआ है, जबकि डीजल के दाम 29 पैसे प्रति लीटर बढ़े हैं। अब दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 81.82 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 73.53 रुपये प्रति लीटर हो गई है। वहीं मुंबई में पेट्रोल के दामों में भी 14 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। इससे यहां पेट्रोल के दाम 87.29 प्रति लीटर हो गए। इसके अलावा मुंबई में रविवार को डीजल के दामों में भी 31 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि दर्ज की गई। इससे यहां डीजल की कीमतें 77.06 रुपये प्रति लीटर हो गईं। बता दें कि पेट्रोल के दामों में शनिवार को भी बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। दिल्‍ली और मुंबई में शनिवार को पेट्रोल के दामों में 18 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ था। दिल्‍ली में पेट्रोल की कीमत 81.68 रुपये प्रति लीटर थीं तो डीजल के दामों में 29 पैसे प्रति लीटर का इजाफा होने से इसकी कीमतें 73.24 रुपये प्रति लीटर हो गई थीं।

मुंबई में भी बुरी स्थिति

शनिवार को मुंबई में भी पेट्रोल के दामों में भी 18 पैसे प्रति लीटर का इजाफा होने से यहां इसकी कीमतें 87.15 रुपये प्रति लीटर हो गई थीं। हालांकि मुंबई में लोगों को डीजल ने कुछ राहत दी थी। यहां डीजल के दामों 70 पैसे प्रति लीटर की कमी दर्ज की गई थी। इससे शनिवार को यहां डीजल की कीमतें 76.75 रुपये प्रति लीटर हो गए थे।

राज्‍यों ने घटाए थे दाम

पांच अक्‍टूबर को पेट्रोल-डीजल के दाम में केंद्र सरकार ने 2.50 रुपये प्रति लीटर की कमी की थी। केंद्र सरकार ने उत्पाद कर में 1.50 रुपये प्रति लीटर की दर से कटौती कर उपभोक्ता को लगातार बढ़ रहे ईंधन के दाम से थोड़ी राहत दिलाने की कोशिश की थी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रेस कांफ्रेंस में गुरुवार को कर कटौती की घोषणा की।

वित्त मंत्री ने कहा कि उत्पाद कर में 1.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई है जबकि तेल विपणन कंपनियों को एक रुपये प्रति लीटर का दबाव वहन करना होगा। इसके तुरंत बाद गुजरात, महाराष्‍ट्र, छत्‍तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा, असम और झारखंड ने तेल पर वैट में 2.5 रुपए की कमी का ऐलान किया। इससे आम जनता को तेल करीब 5 रुपए तक सस्‍ता मिलेगा। इसके बाद बिहार और मध्‍य प्रदेश में भी पांच-पांच रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी।

दरअसल, हर रोज तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी। शनिवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी तेल की बढ़ती कीमतों के पीछे मौजूद अंतरराष्ट्रीय कारणों का जिक्र करते हुए कहा था कि तेल उत्पादक देशों ने अपने उत्पादन को सीमित कर दिया है और इसलिए मांग और आपूर्ति (डिमांड एवं सप्लाई) में अंतर पैदा हो गया है, जिससे तेल के दाम बढ़ रहे हैं।