नहीं हुआ सब्र, 7 जुलाई को नहीं हेमंत सोरेन आज शाम 5 बजे लेंगे झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ

रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन गुरुवार शाम को झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है।

पूर्व मुख्यमंत्री सोरेन को हाल ही में भूमि घोटाले के एक मामले में लगभग पांच महीने जेल में बिताने के बाद जमानत पर रिहा किया गया था। एक अधिकारी ने कहा, राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन शाम 5 बजे राजभवन में हेमंत सोरेन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।

हेमंत सोरेन ने 31 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अपनी गिरफ्तारी से कुछ समय पहले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

शपथ लेने के पांच महीने बाद ही चंपई सोरेन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे हेमंत सोरेन के लिए दोबारा यह पद संभालने का रास्ता साफ हो गया। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को जनवरी में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित भूमि घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े आरोपों में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। झारखंड उच्च न्यायालय ने 28 जून को उन्हें जमानत दे दी।

हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद दो फरवरी को झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले चंपई सोरेन के इस्तीफा देने के बाद झामुमो प्रमुख ने बुधवार को सरकार बनाने का दावा पेश किया।

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रमुख शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन को 28 जून को झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत दिए जाने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया। बुधवार को राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने उन्हें सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना।

इस बीच, नई दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय जल्द ही झारखंड उच्च न्यायालय के उस आदेश को चुनौती देने वाली याचिका के साथ सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगा, जिसमें हेमंत सोरेन को जमानत दी गई थी।

28 जून के अपने आदेश में, उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति रोंगन मुखोपाध्याय की एकल पीठ ने कहा कि न्यायालय का यह मानना कि याचिकाकर्ता (सोरेन) दोषी नहीं है, गलत है और आरोपी पीएमएलए की धारा 45 के तहत आवश्यक दोहरी शर्तों को पूरा नहीं करता है।

जहां झारखंड में 12 मंत्री हो सकते हैं, वहीं राज्य मंत्रिमंडल में वर्तमान में 10 मंत्री हैं।

लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन की ताकत घटकर 45 विधायकों तक रह गई - झामुमो-27, कांग्रेस-17 और राजद-1। जेएमएम के दो विधायक नलिन सोरेन और जोबा माझी लोकसभा के लिए चुने गए, जबकि एक अन्य विधायक, जामा विधायक सीता सोरेन ने भाजपा के टिकट पर आम चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दे दिया। सोरेन की पार्टी ने दो और विधायकों - बिशुनपुर विधायक चमरा लिंडा और बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रोम को निष्कासित कर दिया। इसी तरह, विपक्षी भाजपा की ताकत भी घटकर 24 रह गई है, क्योंकि उसके दो विधायक, ढुलू महतो (बाघमारा) और मनीष जायसवाल (हजारीबाग) अब सांसद हैं। भगवा पार्टी ने मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल को निष्कासित कर दिया, क्योंकि वे चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस में शामिल हो गए थे।