PM मोदी ने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी जाकर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी, कहा- देश की एकता के सूत्रधार को शत-शत नमन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश के प्रथम उपप्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 144वीं जयंती के मौके परगुजरात के केवड़िया में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने राष्ट्रीय एकता के लिए शपथ भी दिलाई। इससे पहले मोदी ने बुधवार को गांधीनगर पहुंचकर मां से मुलाकात की थी। मोदी सरकार ने पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने की घोषणा की थी।

31 अक्तबूर को देशभर में देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 144वीं जयंती मनाई जा रही है। सरदार पटेल को लौह पुरुष के नाम से जाना जाता है। हर साल इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस मौके पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने पटेल को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद शाह ने दिल्ली के नेशनल स्टेडियम में रन फॉर यूनिटी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

शाह ने कहा, 'देश आजाद होने के बाद 550 से ज्यादा रियासतों में देश को बांटने का काम अंग्रेजों ने किया था। पूरा देश और दुनिया मानती थी कि भारत को आजादी तो मिली लेकिन भारत बिखर जाएगा। लेकिन सरदार वल्लभ भाई पटेल ने एक के बाद रियासत को देश के साथ जोड़ने का काम किया। सरदार पटेल ने 550 से ज्यादा रियासतों को एक करके देश को अखंड बनाया परन्तु एक कसक छूट गई थी जम्मू और कश्मीर, जम्मू और कश्मीर का भारत के साथ विलय तो हुआ मगर अनुच्छेद 370 और 35ए के कारण जम्मू और कश्मीर हमारे लिए जैसे एक समस्या बनकर रह गया।'

शाह ने कहा, '70 साल हो गए लेकिन किसी ने अनुच्छेद 370 को छूना भी मुनासिब नहीं समझा, 2019 में देश की जनता ने फिरसे एक बार मोदी जी को देश का प्रधानमंत्री बनाया और 5 अगस्त को देश की पार्लियामेंट ने 370 और 35ए को हटाकर सरदार साहब का अधूरा स्वप्न पूरा करने का काम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने 182 मीटर का स्टैच्यू बनाकर सरदार पटेल के काम को दुनिया के सामने पेश किया और उन्हें पर्याप्त तवज्जो और श्रद्धांजलि दी।'