पुष्पक एक्सप्रेस में आग की अफवाह, ट्रेन से कूदे यात्री, दूसरे ट्रैक पर कर्नाटक एक्सप्रेस ने कुचला, 11 की मौत

महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार को ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और छह-सात लोग घायल हो गए। यह घटना तब हुई जब पुष्पक एक्सप्रेस के यात्री संदिग्ध आग की आशंका से घबराकर ट्रेन से कूद गए। यह घटना तब हुई जब पुष्पक एक्सप्रेस के यात्री संदिग्ध आग की आशंका से घबराकर ट्रेन से कूद गए और बगल की पटरी पर विपरीत दिशा से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।

लखनऊ से मुंबई जा रही पुष्पक एक्सप्रेस जलगांव के पास थी, तभी इसकी एक बोगी में आग लगने की अफवाह से यात्रियों में हड़कंप मच गया।

रेलवे के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि संभवतः हॉट एक्सल या ब्रेक-बाइंडिंग के कारण चिंगारी निकली, जिससे ट्रेन के अंदर आग लगने की आशंका पैदा हो गई। प्रतिक्रिया में, यात्रियों ने ट्रेन को रोकने के लिए आपातकालीन चेन खींची। खतरे से बचने के प्रयास में कई लोग समानांतर ट्रैक पर उतर गए, लेकिन विपरीत दिशा से आ रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए।

सेंट्रल रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीआरपीओ) स्वप्निल नीला ने इंडिया टुडे को बताया, चेन खींचे जाने के बाद कई यात्री ट्रेन के एक कोच से उतर गए। उस समय बेंगलुरु से दिल्ली जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस ने कई यात्रियों को टक्कर मार दी।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि दुर्घटना स्थल पर आठ एम्बुलेंस भेजी गई हैं और घटना में घायल हुए लोगों के इलाज के लिए निकटवर्ती अस्पतालों को तैयार कर दिया गया है।

फडणवीस ने कहा, जलगांव जिले के पचोरा के पास हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना, जिसमें कुछ लोगों की जान चली गई, बहुत दुखद है। मैं उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मेरे सहयोगी मंत्री गिरीश महाजन और पुलिस अधीक्षक घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और जिला कलेक्टर भी कुछ ही देर में वहां पहुंच जाएंगे। पूरा जिला प्रशासन रेलवे प्रशासन के साथ समन्वय में काम कर रहा है और घायलों के इलाज के लिए तत्काल व्यवस्था की जा रही है।

इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज और प्रभावित परिवारों को सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

सेंट्रल रेलवे के भुसावल डिवीजन के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घटना जिस स्थान पर हुई, वहां शार्प टर्न था, जिससे यात्रियों को दूसरे ट्रैक पर आ रही ट्रेन का अंदाजा नहीं हो पाया। तेज गति से आ रही कर्नाटक संपर्क क्रांति एक्सप्रेस की चपेट में आकर इतनी बड़ी संख्या में लोग हादसे का शिकार हो गए। घटना स्थल मुंबई से लगभग 400 किलोमीटर दूर स्थित है।

सीपीआरओ स्वप्निल निला ने पुष्टि की कि भुसावल से मेडिकल रिलीफ ट्रेन रवाना कर दी गई है, लेकिन फिलहाल किसी यात्री की मौत की सूचना नहीं मिली है।

वहीं, जानकारी के मुताबिक पुष्पक एक्सप्रेस (गाड़ी नंबर 12533) लखनऊ से मुंबई जा रही थी, जबकि कर्नाटक संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (गाड़ी नंबर 12629) यशवंतपुर से हजरत निजामुद्दीन की ओर जा रही थी। पुष्पक एक्सप्रेस में ब्रेक लगाने पर पहियों से धुआं निकला था, जिस कारण आग लगने की अफवाह फैल गई और यात्री घबराकर ट्रेन से कूद पड़े।