राज्यसभा में पेश हुआ तीन तलाक बिल, नकवी बोले - तू हिन्दू-मुसलमान क्या देखता है...

26 जुलाई को लोकसभा में पास होने के बाद तीन तलाक बिल मंगलवार को राज्‍यसभा में पेश किया गया। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में सदन के पटल पर बिल को रखा। तीन तलाक बिल पर चर्चा के लिए राज्यसभा में चार घंटे का समय तय हुआ है, इसके बाद बिल पर वोटिंग होगी। इस बिल में तीन तलाक को गैर कानूनी बनाते हुए 3 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान शामिल है। सरकार के पास उच्च सदन में बहुमत नहीं है, इसलिए देखना होगा कि बिल पास होता है या एक बार फिर अटक जाता है। बिल को पेश करते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह नारी न्याय, नारी सम्मान और नारी उत्थान का विषय है, ये इंसानियत और इंसाफ का सवाल है। वहीं कांग्रेस की ओर से चर्चा की शुरुआत में कहा गया कि तलाक सिर्फ एक कौम का मामला नहीं है, यह बिल सिर्फ एक महिला नहीं बल्कि पूरे परिवार से जुड़ा है।

तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है क्योंकि 33 साल बाद आज यह सदन सामाजिक कुरीति को खत्म करने के लिए चर्चा कर रहा है, इससे पहले सदन ने शाहबानो पर कोर्ट के फैसले को निष्प्रभावी करने के लिए चर्चा की थी। नकवी ने कहा कि आज कुरीति को खत्म करने के फैसले को प्रभावी बनाने के लिए चर्चा हो रही है। नकवी ने कहा कि कुरीति का इस्लाम से क्या लेना-देना, इसे तो कई इस्लामिक देश गैर कानूनी और गैर इस्लामी बताकर खत्म कर चुके हैं। इसका धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि देश ने मिलकर पहले भी कुरीतियों को खत्म किया है तब कोई हंगामा क्यों नहीं हुआ। देश आज कांग्रेस के व्यवहार को देख रहा है और लोकसभा से राज्यसभा में आते-आते बिल पर कांग्रेस के पैर क्यों लड़खड़ा जाते हैं। नकवी ने आखिर में शेर पढ़ते हुए कहा कि तू दरिया में तूफान क्या देखता है, खुदा है निगेहबान क्या देखता है। तू हाकिम बना है तो इंसाफ देकर, तू हिन्दू-मुसलमान क्या देखता है।