पेगासस का इस्तेमाल देशद्रोह का मामला, संसद में इस पर बात क्यों नहीं हो रही: राहुल गांधी

पेगासस मुद्दे पर राहुल गांधी संसद के बाहर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। उनका कहना है कि पेगासस का इस्तेमाल भारत के साथ देशद्रोह है। हिंदुस्तान का पूरा विपक्ष यहां खड़ा हुआ है। हर पार्टी के नेता हैं। और हमें यहां आज क्यों आना पड़ा, क्योंकि हमारी अवाज को संसद में दबाया जा रहा है। हमारा सिर्फ एक सवाल है कि देश के लोकतंत्र के साथ ऐसा क्यों किया गया। पेगासस का इस्तेमाल भारत के साथ देशद्रोह है। हम सरकार से सवाल पूछते है कि क्या उन्होंने पेगासस को खरीदा? हां या न। क्या हिंदुस्तान की सरकार ने अपने लोगों पर पेगासस हथियार का उपयोग किया। हां या न? हम सिर्फ ये जानना चाहते हैं।

राहुल ने कहा, 'हमारे बारे में कहा जाता है कि हम संसद की कार्रवाई को चलने नहीं दे रहे हैं। आपको विपक्ष के सभी नेता यहां बताएंगे कि हमारी सरकार से क्या मांगें हैं। जिस हथियार को आतंकवादियों और देशद्रोहियों के खिलाफ उपयोग किया जाना चाहिए उसका उपयोग नरेंद्र मोदी जी ने भारतीय संस्थाओं और लोकतंत्र के खिलाफ क्यों किया?'

कांग्रेस नेता ने कहा कि हम संसद में सिर्फ इस मुद्दे पर ही बात करना चाहते हैं। यदि हमने अभी यह कह दिया कि अभी पेगासस पर बात नहीं करेंगे तो यह मुद्दा खत्म हो जाएगा। ये हमारे लिए राष्ट्रवाद का मामला है। ये एंटी नेशनल काम है।

नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी ने देश की आत्मा को चोट पहुंचाई है। हम सिर्फ इतना जानना चाहते हैं कि क्या सरकार ने पेगासस का इस्तेमाल किया और किया तो किस-किस पर किया?

उधर संसद में भी पेगासस जासूसी कांड, महंगाई और कृषि कानूनों के मुद्दे पर संसद में विपक्ष का हंगामा जारी है। बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके चलते कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।

12 बजे कार्रवाई फिर से शुरू हुई, लेकिन हंगामा जारी है। उधर लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने आसंदी (चेयर) की तरफ पर्चे फेंके और खेलो होबे के नारे लगाए। इसके चलते सदन की कार्यवाही पहले 12:30 बजे तक और फिर दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

सदन के बाहर एक जैसी विचारधारा वाले 14 विपक्षी दलों ने एक अहम मीटिंग की और सरकार को घेरने की योजना बनाई। मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि पेगासस जासूसी केस, महंगाई और किसानों के मुद्दे पर हम कोई समझौता नहीं करेंगे।

विपक्ष की बैठक में कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, नेशनल कांफ्रेंस, आम आदमी पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, राष्ट्रीय समाज पार्टी, केरल कांग्रेस (एम), विदुथालाई चिरुथैगल कच्ची और एसएस पार्टी के नेता शामिल थे।