राजस्थान का भीलवाड़ा है ट्विटर के नए CEO पराग अग्रवाल का ननिहाल, यहां की गलियों में बीती हैं बचपन की छुट्टियां

दुनिया की बड़ी कंपनियों में शुमार ट्विटर के सीईओ हाल ही में पराग अग्रवाल बने हैं। ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी के इस्तीफे के बाद कंपनी ने पराग अग्रवाल को सीईओ बनाया है। वो राजस्थान के अजमेर में जन्मे हैं और इनका ननिहाल भीलवाड़ा हैं। भीलवाड़ा की गलियों में ही उनकी बचपन की छुट्टियां बीती हैं। जब पराग के पिता रामगोपाल से पूछा गया कि अब पराग राजस्थान कब आएंगे तो उन्होंने कहा कि पराग को सब देखता चाहते हैं। ज्यादातर ने पराग को काफी साल पहले देखा था, लेकिन अब विश्व की बेहतरीन कंपनी का ट्विटर का सीईओ बनने के बाद उसे सब देखना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल पराग का कोई प्लान नहीं है। लेकिन, वह भीलवाड़ा में अपना ननिहाल और अजमेर में अपने दादा का घर हमेशा याद करता है।

जब भी छुटि्टयां पड़तीं तो पराग को भीलवाड़ा आना पसंद था। यह सारी बातें टि्वटर के नए सीईओ पराग अग्रवाल की मां शशि व पिता रामगोपाल अग्रवाल ने कही। वह दोनों मंगलवार रात को अपने निजी कार्यक्रम में शामिल होने भीलवाड़ा आए थे। दो दिनों तक पराग के माता-पिता भीलवाड़ा में ही रहेंगे और आस-पास के क्षेत्र में पारिवारिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे।

ट्विटर के नए सीईओ पराग अग्रवाल राजस्थान के अजमेर में जन्मे हैं। पराग के माता-पिता और दादा-दादी किराए के मकान में धानमंडी और खजाना गली में रहते थे। पराग के पिता की जॉब के चलते वे मुंबई शिफ्ट हुए और वहीं रहने लगे। पराग के पिता मुंबई में बीएमआरसी में साइंटिस्ट है और माता बीवीजेटीई मुंबई में प्रोफेसर हैं। उन्होंने बताया कि पराग पढ़ाई के प्रति काफी सीरियस था। पराग इंटरनेशनल ओलंपियाड में गोल्ड मेडलिस्ट भी रहा है। वहीं 12वीं में महाराष्ट्र बोर्ड में उसकी 10वीं रैक बनी थी। पराग ने आईआईटी मुंबई से अपनी पढ़ाई की। पराग के माता-पिता ने बताया कि पराग 8 मार्च 2018 को ट्विटर में सीटीओ बने थे। तीन साल तक उन्होंने ट्विटर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काफी काम किया। इसी के चलते अब उन्हें सीईओ का मुकाम मिला है।