इजराइल के यरूशलम में पूजा स्थल पर फायरिंग, 7 की मौत, 10 लोग घायल

इजराइल के यरुशलम के नेवे याकोव में एक पूजा स्थल के पास हुई अंधाधुंध फायरिंग में 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और करीब 10 लोग घायल हुए। हमला फिलिस्तीनी शख्स ने किया था। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, फायरिंग एक पूजा स्थल के पास हुई। पुलिस ने इसे आतंकी हमला बताया। पुलिस ने कहा कि हमलावर फिलिस्तीनी था और उसे मार दिया गया है। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, ये यरुशलम में 2011 के बाद हुआ सबसे खतरनाक आतंकी हमला है। 2011 में फिलिस्तीनी आतंकी मिस्र के सिनाई पेनिनसुला के रास्ते इजराइल में घुसे थे और 8 इजराइलियों को मार दिया था। इसके पहले 2008 में फिलिस्तीनी आतंकी ने मरकज हारव येशिवा में 8 इजराइली छात्रों की हत्या कर दी थी। चैनल 12 न्यूज के मुताबिक, हमलावर ने पूजा स्थल पर फायरिंग से पहले रास्ते से गुजर रही एक महिला को गोली मारी। इसके बाद बाइक पर जा रहे एक शख्स पर हमला किया।

पुलिस कमिशनर कोबी शबताई ने कहा- हमला रात 8:15 बजे हुआ। 21 साल का हमलावर अलकाम खायरी पूजा स्थल के पास पहुंचा। वो प्रार्थना खत्म होने का इंतजार कर रहा था। जैसे ही लोगों ने बाहर आना शुरू किया उसने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद वो फरार हो गया।

हमला करने के बाद हमलावर फरार हो गया। उसे एक कार में बैठकर फिलिस्तीन के बीट हनीना की तरफ भागते देखा गया। इसके 5 मिनट बाद ही पुलिस ने उसकी गाड़ी को रोक लिया। हमलावर ने भागने की कोशिश इस दौरान उसने पुलिस पर भी फायरिंग की। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें पुलिस और हमलावर के बीच मुठभेड़ देखी जा सकती है। पुलिस ने कहा कि जवाबी कार्रवाई में हमलावर मारा गया।

यरुशलम में ये फायरिंग 26 जनवरी को फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक में इजराइल की तरफ से किए गए हमले के बाद हुआ है। यहां 9 लोगों की मौत हो गई थी। 16 लोग घायल हुए थे। मरने वालों में एक बुजुर्ग महिला भी शामिल थी।

फिलिस्तीनी मीडिया के मुताबिक, इजराइल पर हुए इस हमले के बाद गाजा पट्टी, वेस्ट बैंक और अन्य शहरों में लोगों ने जश्न मनाया। सोशल मीडिया पर इसके कुछ फोटो और वीडियो वायरल हो रहे हैं।