फिलिस्तीन समर्थकों ने बारिश के बीच लंदन में निकाला मार्च, बमबारी रोकने की आवाज हुई बुलंद

नई दिल्ली। इजरायल की ओर से गाजा पर जारी बमबारी को बंद करने की मांग को लेकर शनिवार को हजारों की संख्या में फिलिस्तीन समर्थकों ने बारिश के बीच लंदन में मार्च निकाला। ठीक इसी तरह दुनिया भर के अलग-अलग शहरों में लोगों ने बमबारी को रोकने के लिए आवाज बुलंद की। इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध का यह तीसरा सप्ताह है।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इजरायली विमानों ने रविवार तड़के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में अल-अंसार मस्जिद के नीचे एक परिसर पर हमला किया। इजरायली सेना ने दावा किया कि जेनिन शरणार्थी शिविर में मस्जिद के नीचे का परिसर हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के कार्यकर्ताओं का था, जो हाल के महीनों में हमलों के लिए जिम्मेदार थे। फ़िलिस्तीनी अधिकारियों ने कहा कि हमले में कम से कम एक व्यक्ति मारा गया।

इजरायल ने शनिवार को फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के इस दावे को “दुष्प्रचार” बताया कि देश ने मानवीय आधार पर दो और बंधकों की रिहाई को खारिज कर दिया है। हमास सशस्त्र विंग के प्रवक्ता अबू उबैदा ने कहा कि कतर को सूचित किया गया था कि समूह शुक्रवार को दो अतिरिक्त लोगों को रिहा करने का इरादा रखता है, उसी दिन उसने अमेरिकी नागरिकों जूडिथ ताई राणान और उनकी बेटी नताली को रिहा किया था।

गाजा में 10 लाख ने छोड़ा अपना घर

इजरायल-हमास संघर्ष के कारण गाजा में 10 लाख से अधिक लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। लंदन के व्हाइटहॉल तक मार्च निकालने से पहले फलस्तीन समर्थक यहां हाइड पार्क के पास मार्बल आर्क में एकत्र हुए थे। पुलिस का अनुमान है कि तीन घंटे तक चले इस प्रदर्शन में शामिल होने वाले प्रदर्शनकारियों की संख्या एक लाख तक थी। हाथों में फलस्तीनी झंडे लिए और ‘गाजा पर बमबारी बंद करो’ के नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने इजरायल द्वारा गाजा पर किए जा रहे हमलों और बमबारी को बंद करने का आह्वान किया।