PM मोदी के 'Howdy Modi' कार्यक्रम से सदमे में पाकिस्तान, रंग में भंग डालने की कर रहा है कोशिश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) एक सप्ताह के अमेरिका (America) दौरे पर शुक्रवार शाम रवाना हो चुके है। पीएम मोदी 21 से 27 सितंबर तक अमेरिका (America) की यात्रा पर रहेंगे। रविवार रात को पीएम मोदी को टेक्सास के ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी (Howdy Modi)’ कार्यक्रम को संबोधित करना है। वही मोदी के अमेरिका दौरे से पाकिस्तान सदमे में है। उसकी नींद उड़ गई है। जिसके चलते वह अमेरिका के ह्यूस्टन में होने जा रहे कार्यक्रम 'हाउडी मोदी' में टांग अड़ाने की फिराक में है। पाकिस्तान से जुड़े कुछ लोग और कुछ समूह इस कोशिश में हैं कि इस कार्यक्रम के रंग में भंग डाला जाए।

अंतरराष्ट्रीय मंच पर करारी मात खाने के बाद अब पाकिस्तान अमेरिका में होने जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को देखकर अवसाद में आ गए हैं। पाकिस्तान अमेरिका के ह्यूस्टन में होने जा रहे कार्यक्रम 'हाउडी मोदी' में टांग अड़ाने की फिराक में है। यह पहली बार है कि पीएम मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ संयुक्त रूप से किसी रैली को संबोधित करेंगे। लेकिन पाकिस्तान से जुड़े कुछ लोग और कुछ समूह इस कोशिश में हैं कि इस कार्यक्रम के रंग में भंग डाला जाए। पाकिस्तान ह्यूस्टन में मोदी के विरोध में प्रदर्शन करवाने की फिराक में है। मोदी के विरोध में रविवार को प्रदर्शन को लेकर सोशल मीडिया पर कई मैसेज और आह्वान शेयर किए जा रहे हैं। इन मैसेज का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि यह ​विरोध प्रदर्शन पाकिस्तानी तत्वों की मदद से आयोजित किए जा रहे हैं। इनमें से कई लोग पाकिस्तानी पीएम इमरान खान और सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसान (PTI) से जुड़े हैं।

उदाहरण के तौर पर देखें तो एक फेसबुक पेज पर पीएम मोदी के विरोध में प्रदर्शन संबंधी पोस्ट डाली गई है। इस पेज को फैयाज खलील नाम का एक यूजर चला रहा है। पेज पर अपने परिचय में उन्होंने लिखा है कि 'पीटीआई के संस्थापक सदस्य' हैं। उनकी पाक पीएम इमरान खान के साथ फोटो भी है और इस पेज से करीब 50 हजार लोग जुड़े हुए है। सोशल मीडिया पर जो पोस्ट शेयर की जा रही हैं, उनसे पता चलता है कि इन भारत विरोधी प्रदर्शन कार्यक्रमों के अलग अलग नाम हैं जैसे 'अनवेलकम मोदी', 'कश्मीर रैली', 'आईएसएफ मोदी प्रोटेस्ट' आदि। इससे यह भी पता चलता है कि कई समूहों की ओर से ऐसे षडयंत्र किए जा रहे हैं।

एक और पोस्ट में शेयर किए गए पर्चे पर गौर करें तो वह एक खालिस्तान समर्थक अकाउंट से 'गो बैक मोदी' शीर्षक से शेयर किया गया है। इस पर उपलब्ध परिचय के हिसाब से इस पेज को गजाला हबीबी नाम की एक महिला चला रही है। वे 'फ्रेंड्स आफ कश्मीर' नामक के ऑर्गेनाइजेशन की प्रेसीडेंट हैं और अमेरिका के जार्जटाउन में रहती हैं। वे इंग्लैंड में पाकिस्तानी वकीलों के एसोसिएशन की ओर से आयोजित डिनर में शामिल हो चुकी हैं। उनके फेसबुक अकाउंट में अमेरिका में पाकिस्तानी एंबेस्डर अजीज अहमद चौधरी के साथ उनकी तस्वीरें भी देखी जा सकती हैं।

इन सब सोशल मीडिया पोस्ट से ये बात तो सामने आई है कि पाकिस्तानी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए इन समूहों को अचानक काफी पैसा भी मिल गया है। इन सभी सोशल मीडिया अकाउंट से जो मैसेज वायरल किए जा रहे हैं उनमें यह भी दावा किया जा रहा है कि उन्हें एमनेस्टी इंटरनेशनल का भी समर्थन हासिल है।

इन सब तथ्यों से लगता है कि एक तरफ दो बड़े लोकतंत्रों के नेता आपस में मिलने जा रहे हैं, इससे पाकिस्तानी सदमें में आ गया है और तरह-तरह के हतकंडे अपनाकर भारत के खिलाफ षडयंत्र रच रहा है।

बता दे, ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में पीएम मोदी भारतीय समुदाय के 50 हजार से अधिक लोगों को संबोधित करने वाले है। इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) भी शामिल होंगे और पीएम मोदी के साथ मंच साझा करेंगे। अमेरिका के जिस स्टेडियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को संबोधित करेंगे वहां हजारों लोगों के बैठने की व्यवस्था है। यहां कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं, एक बड़ा-सा स्टेज बनाया गया है, जहां से पीएम का संबोधन होगा। नरेंद्र मोदी के भाषण से पहले यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा। बता दें कि ना सिर्फ डोनाल्ड ट्रंप बल्कि अमेरिका के कई सांसद यहां शामिल होंगे। अपने अमेरिका दौरे के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और अमेरिका के संबंध और मजबूत होने की बात कही।

पीएम मोदी ने कहा, '22 सितंबर यानी रविवार को सुबह 10:15 बजे (स्थानीय समयानुसार) ह्यूस्टन में एक बड़ा सामुदायिक कार्यक्रम होगा। हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं कि डोनाल्ड ट्रंप अपनी उपस्थिति के साथ कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे। यह कार्यक्रम भारत-अमेरिका संबंधों में एक नया मील का पत्थर साबित होगा।'