पाक का सवाल - 300 मारे हैं तो उनका खून कहां है!

26 फरवरी को सुबह साढ़े 3 बजे 12 मिराज 2000 भारतीय लड़ाकू जेट विमानों ने एलओसी के पार जाकर आतंकवादी शिविरों पर हमले किए हैं और इन्हें पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। एयरफोर्स के विमानों ने 21 मिनट तक इस हमले में 1 हजार किलो बम गिराए। इसके बाद ये विमान सुरक्षित भारत भी लौटकर आ गए। जैश-ए-मोहम्मद के अल्फा 3 कंट्रोल रूम सहित कई आतंकियों ठिकानों को तबाह कर दिया गया। पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के जवानों की शहादत का बदला लेते हुए किए गए हमले में 300 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की बात सामने आई है। हमले के दौरान भारतीय वायुसेना ने एक फुल प्रूफ प्लान के तहत काम किया। भारत की ओर से एयर स्ट्राइक किए जाने के बाद पाकिस्तान लगातार टिप्पणी कर रहा है। मिली जानकारी के अनुसालर पाकिस्तान की सेना के मीडिया विंग इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन (ISPR) की ओर से मंगलवार को एक प्रेस वार्ता की गई जिसमें दावा किया गया कि 'लाहौर-सियालकोट सेक्टर सीमा की ओर बढ़ रहे भारतीय वायुसेना के फॉर्मेशन का पता चला। इसी दौरान एक और फॉर्मेशन देखा गया जो बहावलपुर सीमा के समीप था।'

डीजी ISPR ने कहा कि 'फिर किरण घाटी से मुज़फ़्फ़राबाद सेक्टर की ओर उड़ान भरते हुए एक बहुत बड़ा फॉर्मेशन देखा गया। वे एलओसी पार कर गए, लेकिन उन्हें भी पाकिस्तान एयरफोर्स की चुनौती का सामना करना पड़ा। वे एलओसी के अंदर 4-5 समुद्री मील की दूरी पर आ गए। पीछे हटने पर उन्होंने अपना पेलोड गिरा दिया और बाहर निकल गए। ये पेलोड जाबा पर गिरे।'

प्रेस वार्ता में कहा गया कि भारतीय वायुसेना का दावा है कि 300 आतंकी मार गिराए। अगर उन्होंने 10 को भी मारा होता तो क्या खून नहीं होता? अंतिम संस्कार नहीं होते? अगर कोई भी मुआयना करना चाहता है तो घटनास्थल उनके लिए खुला हुआ है। ISPR के डीजी ने कहा कि 'आप हमला नहीं कर सकते, आप केवल घुसपैठ कर सकते हैं। आप हमें कभी चौंका नहीं पाएंगे। मैं आपको चौंकाउंगा।'

गफूर ने कहा, 'हम जवाब देंगे, अब उसका इंतजार करें। हम आपको हैरान कर देंगे। उम्मीद है कि आप जानते होंगे कि राष्ट्रीय कमान प्राधिकरण क्या है? पीएम ने रक्षा बलों और पाकिस्तान के लोगों को तैयार रहने को कहा है। अब आपकी (भारत) बारी है। चौंकने के लिए तैयार रहें। DG ने कहा कि जब हम ऐसा करेंगे तो हम झूठ नहीं बोलेंगे। जब हम ऐसा करेंगे तो हम पाकिस्तान और दुनिया के लोगों को बताएंगे।'