पाकिस्तान में 100 किताबों पर लगाईं गई रोक, कारण बना POK को भारत का हिस्सा बताना

भारत-पाकिस्तान का सीमा विवाद लंबे समय से चला आ रहा है। इसको लेकर समय-समय पर कोल्ड वॉर जारी रहता हैं और बयानबाजी चलती रहती हैं। कश्मीर का कुछ हिस्सा पकिस्तान में भी हैं जिसे पीओके के नाम से जाना जाता हैं। लेकिन पकिस्तान की कई किताबों में इसे भारत का हिस्सा बताया गया है जिससे पाकिस्तान में उन किताबों पर रोक लगा दी गई हैं। पंजाब के करिकुलम एंड टेक्स्टबुक बोर्ड (पीसीटीबी) के एमडी राज मंजूर हुसैन नासिर ने बताया कि इन किताबों की समीक्षा के लिए 30 कमेटी बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि किताबों की समीक्षा से पता चला है कि किताबों में पाक के बारे में गलत जानकारी दी गई है।

पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के शिक्षा बोर्ड ने देश और धर्म विरोधी कंटेंट का आरोप लगाकर निजी स्कूलों में चलने वाली 100 किताबें प्रतिबंधित कर दीं हैं। 10 हजार और किताबों का रिव्यू किया जा रहा है। इन किताबों में कुछ आपत्तिजनक फोटोग्राफ हैं तो किसी चैप्टर में पीओके को भारत का हिस्सा बताया गया है। जिन्ना और मुहम्मद इकबाल के बारे में गलत पढ़ाया जा रहा है। पाकिस्तान को भारत से कमजोर बताया गया है। कई किताबों में महात्मा गांधी से जुड़े चैप्टर भी हैं।