बेहूदा टिप्पणी : चंद्रयान-2 से संपर्क टूटने पर पाकिस्तानी मंत्री ने कहा - 'जो काम आता नहीं पंगा नहीं लेते ना...'

इसरो का चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) भले ही कहीं खो गया हो लेकिन भारत को इसरो के वैज्ञानिकों पर गर्व है। लेकिन पड़ोसी पाकिस्तान अपनी छिछोरी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। पाकिस्तान (Pakistan) के विज्ञान और तकनीकी मंत्री चौधरी फवाद हुसैन (Fawad Hussain Chowdhary) ने बेहूदा टिप्पणी कर दी। उन्होंने ट्वीट किया कि, ‘... जो काम आता नहीं पंगा नहीं लेते ना... डियर “एंडिया”। उन्होंने मिशन एंड होने के कारण व्यंग्य में इंडिया को “एंडिया” लिख दिया।

दरहसल, जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिलाने वाले आर्टिकल 370 (Article 370) के समाप्त होने के बाद पाकिस्तान की बौखला गया है। पाकिस्तान ले प्रधानमंत्री इमरान खान और उनके मंत्री बेतुकी बयान बाजी कर रहे है। पाकिस्तान ने भारत सरकार को युद्ध की धमकी भी दी है। पाकिस्तानी सरकार के मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि, 'सांसदों को बेकार के विषयों पर आपस में लड़ने की जगह भारत को मुंहतोड़ जवाब देना होगा। हमें युद्ध के लिए तैयार रहने की जरूरत है।'

फवाद ने राहुल को परनाना नेहरू से सीखने को कहा था

फवाद हुसैन चौधरी ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा था कि 'वो अपनी राजनीति को लेकर बेहद कंफ्यूज हैं और उन्हें अपने परनाना जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) से सीखने की जरूरत है। दरअसल राहुल गांधी ने बुधवार सुबह ट्वीट कर कहा था कि पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे में दखल देने का कोई हक नहीं है। उनके इसी बयान पर पाकिस्तान के मंत्री भड़क गए थे।

फवाद चौधरी ने राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा था, 'आपकी राजनीति की समस्‍या कन्‍फ्यूजन है। आपको सच के साथ खड़ा होना चाहिए। आप अपने परनाना से सीखें, जो भारत में धर्मनिरपेक्षता और उदार सोच की पहचान थे। फवाद ने अपने ट्वीट में शेर भी लिखा था, 'ये दाग़ दाग़ उजाला ये शब-गज़ीदा सहर, वो इंतिज़ार था जिस का ये वो सहर तो नहीं।'

बता दें पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र (United Nations) को एक चिट्ठी लिखी जिसमें उनके एक बयान का हवाला देते हुए कहा था कि राहुल गांधी ने भी माना है कि 'कश्मीर में लोग मर रहे हैं।' पाकिस्तान के इस कदम के बाद राहुल ने बुधवार को कहा कि 'मैं इस सरकार से कई मुद्दों पर असहमत हूं, लेकिन मैं ये पूरी तरह साफ कर देना चाहता हूं कि कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा है और इसमें पाकिस्तान या किसी अन्य देश की ओर से हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है।' राहुल ने कहा कि 'जम्मू-कश्मीर में हिंसा हुई है, क्योंकि पाकिस्तान वहां लोगों को उकसा रहा और हिंसा फैला रहा है। पाकिस्तान को दुनिया भर में आतंकवाद का प्रमुख समर्थक माना जाता है।'

बता दे, भारत (India) का महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 (Chandrayaan 2) को शनिवार तड़के उस समय झटका लगा, जब लैंडर विक्रम चंद्रमा के सतह से महज 2.1 किलोमीटर की दूरी पर आकर अपना रास्ता भटक गया। इसके साथ ही 978 करोड़ रुपये लागत वाले चंद्रयान-2 मिशन के भविष्य पर सस्पेंस बन गया है। इस बात की आशंका पहले ही लगाई जा रही थी कि लैंडर विक्रम (Lander vikram) के चांद की सहत पर पहुंचे से पहले के 15 मिनट काफी अहम होंगे। लैंडर विक्रम को देर रात लगभग 1 बजकर 38 मिनट पर चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद की सतह पर पहुंचने से करीब 2.1 किलोमीटर पहले ही उसका इसरो (ISRO) से संपर्क टूट गया।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के. सिवन ने संपर्क टूटने का ऐलान करते हुए कहा कि चंद्रमा की सतह से 2.1 किमी पहले तक लैंडर का काम प्लानिंग के मुताबिक था। उन्होंने कहा कि उसके बाद उसका संपर्क टूट गया। अभी भी विक्रम और प्रज्ञान से संपर्क की उम्मीदें बाकी हैं लेकिन यह किसी चमत्कार से कम नहीं होगा। इसरो के टेलीमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क केंद्र के स्क्रीन पर देखा गया कि विक्रम अपने तय रास्ते से थोड़ा हट गया और उसके बाद संपर्क टूट गया। लैंडर बड़े ही आराम से नीचे उतर रहा था और इसरो के अधिकारी बीच बीच में खुशी जाहिर कर रहे थे। लैंडर ने सफलतापूर्वक अपना रफ ब्रेक्रिंग चरण पूरा किया और यह अच्छी स्पीड से सतह की ओर बढ़ रहा था। इसरो के एक वैज्ञानिक के मुताबिक, लैंडर का नियंत्रण उस समय समाप्त हो गया होगा, जब नीचे उतरते समय उसके थ्रस्टर्स को बंद किया गया होगा। हालांकि 978 करोड़ रुपये लागत वाले चंद्रयान-2 मिशन का सबकुछ समाप्त नहीं हुआ है।