मोदी सरकार पर पाकिस्तान ने लगाया जासूसी का आरोप, इमरान खान का नंबर भी पेगासस लिस्ट में शामिल

इजराइली स्पायवेयर पेगासस से जासूसी का मुद्दा पाकिस्तान में भी तूल पकड़ रहा है। अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जिन नंबरों की जासूसी करवाई गई है, उसमें एक नंबर ऐसा भी है, जिसे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक बार इस्तेमाल कर चुके हैं।

यह रिपोर्ट सामने आने के बाद पाकिस्तान की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। पाकिस्तानी मीडिया डॉन न्यूज के मुताबिक पाकिस्तान के IT मंत्री फवाद चौधरी ने पाक PM की जासूसी का मुद्दा अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उठाने की धमकी दी है। चौधरी ने जासूसी का आरोप भारत पर लगाया है। उन्होंने कहा है कि इस मसले पर जानकारी सामने आते ही इस मुद्दे को उठाया जाएगा। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने पाकिस्तानी समाचार पत्र डॉन से बात करते हुए इमरान खान के फोन की जासूसी को लेकर कहा, 'भारत ने प्रधानमंत्री के फोन की टैपिंग कराई है। हम भारत द्वारा की गई हैकिंग के ब्योरे का इंतजार कर रहे हैं। एक बार पूरी जानकारी मिलने के बाद इस मुद्दे को उचित मंचों पर उठाया जाएगा।

इससे पहले फवाद चौधरी ने एक ट्वीट कर चिंता जताई। फवाद ने ट्वट में लिखा, 'यह अत्यधिक चिंता का विषय है। भारत सरकार ने कथित रूप से पत्रकारों और राजनीतिक विरोधियों की जासूसी करने के लिए इस्राइल के सॉफ्टवेयर पेगासस का इस्तेमाल किया है। मोदी सरकार की अनैतिक नीतियों ने भारत को खरतनाक रूप धुव्रीकृत किया है।'

भारत के एक हजार नंबर सर्विलांस लिस्ट में

वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक सर्विलांस लिस्ट में भारत के एक हजार नंबर और पाकिस्तान के 100 नंबरों को डाला गया था। स्पायवेयर सॉफ्टवेयर पेगासस इजराइली फर्म NSO ग्रुप टेक्नोलॉजीज ने बनाया है। कंपनी को हैकिंग सॉफ्टवेयर बनाने में महारत हासिल है। उसका दावा है कि कई देशों की सरकार जासूसी के लिए उसका सॉफ्टवेयर इस्तेमाल क कर चुकी हैं।

मोदी के मंत्री भी हैकिंग के दायरे में

मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि न सिर्फ कांग्रेस के नेता ही नहीं बल्कि केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल और संसद में सरकार का बचाव करने वाले IT मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव के फोन भी हैकिंग टारगेट पर थे। रिपोर्ट में जिन नामों का जिक्र किया गया है, उनमें से प्रमुख लोग ये हैं...

- कांग्रेस नेता राहुल गांधी और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के फोन नंबर भी इस लिस्ट में शामिल है।

- संसद में सरकार का बचाव करने वाले IT मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव का नाम भी इस लिस्ट में शामिल था।

- चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हो सकता है। उन्होंने ही 2014 में मोदी की ब्रांडिंग की थी।

- पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा का नाम भी लिस्ट में शामिल है। लवासा ने 2009 के चुनाव में मोदी-शाह के खिलाफ हुई शिकायत पर चुनाव आयोग के फैसले से असहमति जताई थी।