नागरिकता कानून से डरे इमरान खान, एक बार फिर दी परमाणु युद्ध की धमकी, भारत ने दिया करारा जवाब

जेनेवा में ग्लोबल रिफ्यूजी फोरम को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत को एक बार फिर परमाणु युद्ध की धमकी दे डाली। भारत के नागरिकता संशोधन कानून को लेकर इमरान खान ने कहा कि इससे दक्षिण एशिया में ना केवल शरणार्थियों की समस्या पैदा हो जाएगी बल्कि ये परमाणु संपन्न शक्ति देशों के बीच संघर्ष को भी जन्म दे सकता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि कश्मीर में कर्फ्यू और नए नागरिकता कानून की वजह से लाखों मुस्लिम भारत से भाग सकते हैं जिससे रिफ्यूजी संकट पैदा हो सकता है। इस शरणार्थी संकट के सामने बाकी समस्याएं बौनी हो जाएंगी। इमरान खान ने कहा कि उनका देश और शरणार्थियों का बोझ वहन नहीं कर सकता है। इमरान खान ने दुनिया से जल्द से जल्द इसमें हस्तक्षेप करने की भी अपील की। इमरान ने आरोप लगाया कि भारत कश्मीर की मुस्लिम बहुल जनसांख्यिकी को बदलने की कोशिश कर रहा है।

इमरान ने कहा, अतीत के अनुभवों से हमने यही सीखा है कि सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है। अगर दुनिया अभी कुछ करती है और भारत सरकार को ऐसे कदम उठाने से रोकती है तो हम इस संकट को टाल सकते हैं।

भारत ने पाकिस्तानी पीएम इमरान खान की प्रतिक्रिया का तुरंत जवाब दिया और कहा कि पाक पीएम इमरान खान ने एक बार फिर भारत के आंतरिक मामलों में दखल दे रहे रहे है और अपने संकीर्ण राजनीतिक एजेंडे के तहत झूठा प्रचार कर रहे है।

भारत ने दिया जवाब

भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि इमरान खान चाहते हैं कि दुनिया यह भूल जाए कि उनकी आर्मी ने 1971 में पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान में बांग्लादेश) के लोगों के साथ क्या किया था। रवीश कुमार ने कहा कि पूरी दुनिया को अब यह साफ हो जाना चाहिए कि इमरान खान वैश्विक मंचों का दुरुपयोग करने के आदी हो चुके हैं। पाकिस्तान के पड़ोसी देशों का यह दुर्भाग्यपूर्ण अनुभव रहा है कि उसके कदमों की वजह से वे बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। पिछले 72 सालों से इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान ने अपने अल्पसंख्यकों का व्यवस्थित तरीके से उत्पीड़न किया जिसकी वजह से वे भारत भागने को मजबूर हुए