पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव के बीच पाक प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने कहा है कि पाकिस्तान (Pakistan) नहीं चाहता की दहशतगर्दी के लिए उसकी सरज़मीं का इस्तेमाल हो। इमरान ने कहा, 'मैं हिन्दुस्तान से कहना चाहता हूं कि हम लोग अक्ल और भरोसे से काम लें। उन्होंने कहा कि दुनिया में इससे पहले जो जंग हुई तो है लेकिन इसका पता नहीं चला कि वो खत्म कब होंगी।'
पाक पीएम ने कहा, 'पहला विश्व युद्ध 6 साल चला, दूसरे में हिटलर रूस को जीतना चाहता था लेकिन ऐसा नहीं हो सका। वॉर ऑन टेरर में अमेरिका अफगानिस्तान में 17 साल फंसा रहा।'
इमरान खान ने कहा, 'जंग छिड़ने के बाद यह मेरे या नरेंद्र मोदी के कंट्रोल में नहीं रह जाएगा।'
इमरान ने कहा, हमने नरेंद्र मोदी को दावत दी की वो आए और पुलवामा से जुड़े मसले पर बैठ कर हल निकालें।'
इमरान खान ने कहा ,'मुझे पता है कि पुलवामा में जो कुछ हुआ है, उसके बाद भारत जिस दर्द से गुजर रहा है वह मुझे पता है। पिछले 10 वर्षों से, मैं कई अस्पतालों में गया हूँ, बम विस्फोट पीड़ितों को देखा है। मुझे पता है कि मरने वालों के परिवारों के साथ क्या होता है।'
इससे पहले सीमा पर पाकिस्तान की नापाक हरकतों के बीच प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई। बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, रॉ प्रमुख, गृह सचिव और अन्य प्रमुख अधिकारी शामिल हुए। करीब 20 मिनट तक यह बैठक चली। आतंकी कैंपों पर भारतीय वायुसेना के हमले से बौखलाए पाकिस्तान की ओर से 15 से अधिक स्थानों पर सीजफायर उल्लंघन किए जाने की घटना सामने आई है।