पाकिस्तान ने अफगान रिफ्यूजियों को अपने मुल्क में पनाह देने से किया इनकार

पाकिस्तान (Pakistan) सरकार ने अफगान शरणार्थियों को अपने मुल्क में पनाह देने से साफ इनकार कर दिया है। रविवार को पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद अहमद ने कहा कि अफगानिस्तान से भागने की कोशिश कर रहे अफगान शरणार्थियों को आश्रय देने के लिए उनका देश कोई नया कैंप नहीं बना रहा है। ‘बिजनेस रिकॉर्डर’ की खबर के मुताबिक, रशीद ने कहा कि सीमा पर कोई अफगान शरणार्थी नहीं है और सरकार ने उस इलाके में कोई शिविर स्थापित नहीं किया है। रविवार को रशीद ने तोरखम सीमा का दौरा किया था, जहां उन्होंने यह बयान दिया।

देश में पहले से ही लगभग 30 लाख अफगान शरणार्थी हैं। ऐसी खबरें आ रही थीं कि सीमा पर लोग एकत्र होकर पाकिस्तान में घुसने की कोशिश कर रहे है। अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तान में रह रहे शरणार्थियों में से लगभग आधे लोग अवैध रूप से रह रहे हैं, क्योंकि उन्होंने अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है।

आधिकारिक रूप से लगभग 15 लाख शरणार्थियों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। उनके पास रहने, रोजगार करने और सीमा पार जाने के लिए दस्तावेज हैं। अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद से ही पाकिस्तान कहता रहा है कि वह और शरणार्थियों को स्वीकार नहीं करेगा। लेकिन, उसके मंत्री इस विषय पर विरोधाभासी बयान दे रहे हैं। गृहमंत्री ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया है, जबकि सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने पिछले सप्ताह कहा था कि महिलाओं और बच्चों को लेकर नरमी बरती जाएगी। अभी तक कोई स्पष्टीकरण जारी नहीं किया गया है।

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। वह किसी भी तरह देश छोड़ कर जाना चाहते है। काबुल एयरपोर्ट के बंद होने के बाद अब लोगों ने पड़ोसी देशों में शरण लेना शुरू कर दिया है। हजारों की संख्या में भीड़ पाकिस्तान-अफगानिस्तान की सीमा पर इकट्ठा हैं।