पाकिस्तान में भी वैक्सीनेशन की तैयारी, कोवीशील्ड को इमरजेंसी यूज के लिए मिली मंजूरी

पाकिस्तान (Pakistan) में इमरान सरकार ने शनिवार को भारत में तैयार हो रही ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन कोवीशील्ड (COVISHIELD) इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी दे दी है। इसके पहले इमरान खान चीन की कंपनी साइनोफार्म की वैक्सीन को भी इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी दे चुके हैं। इसके 10 लाख डोज का ऑर्डर भी दिया है। हालांकि, साइनोफार्म की वैक्सीन 'स‍िनोवैक' का अभी ट्रायल चल रहा है। उधर, कोवीशील्ड के लिए अब पड़ोसी देशों से ऑर्डर आने लगे हैं।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के स्पेशल असिस्टेंट फैसल सुल्तान के मुताबिक, फरवरी तक वैक्सीन के 12 लाख डोज पाकिस्तान पहुंच जाएंगे। सुल्तान ने कहा, 'नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर ने फ्रंटलाइन वर्कर्स का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। ये वे लोग हैं जिन्हें पहले फेज में वैक्सीनेट किया जाएगा। पहले फेज में 12 लाख वैक्सीन आएंगी। इसके बाद हम कुछ और ऑर्डर जारी करेंगे।' जियो न्यूज के मुताबिक, इमरान सरकार ने यह नहीं बताया कि इस वैक्सीन की कीमत क्या होगी।

पाकिस्तान सरकार ने प्राइवेट सेक्टर के लिए रजिस्ट्रेशन और कीमत अलग रखने का फैसला किया है। इसके लिए ड्रग रेग्युलेट्री अथॉरिटी ऑफ पाकिस्तान को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सरकार का कहना है कि आम लोगों का वैक्सीनेशन जून के बाद ही शुरू किया जाएगा। साथ ही यह उम्मीद भी जताई कि सितंबर तक इसे पूरा कर लिया जाएगा।

भारत में पहले दिन 1,91,181 लोगों को लगा टीका


आपको बता दे, भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम शनिवार से शुरू हो गया है। देशभर के 3351 साइट्स पर 1,65,714 को पहले दिन टीका लगाया गया। शाम 7 बजकर 45 मिनट तक यह आंकड़ा 1,91,181 हो गया। भारत में दो वैक्सीन कोवीशील्ड और कोवैक्सिन को 3 जनवरी को केंद्र ने इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी। कोवीशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका ने मिलकर बनाया है। भारत में इसे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया बना रही है। कोवैक्सिन को हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक बना रही है। इसे उसने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी (NIV) के साथ मिलकर विकसित किया है। कोवैक्सीन पूरी तरह से स्वदेशी है।