पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) के बाद लगातार अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नाराजगी झेल रहे पाकिस्तान (Pakistan) में गहमागहमी बढ़ गई है और इसका असर भी दिखने लग गया है। पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब प्रांत में बहावलपुर स्थित जैश के मुख्यालय को वहां की पंजाब पुलिस अपने नियंत्रण में ले लिया है और वहां की सुरक्षा बढा दी गई है। लेकिन कंट्रोल में लेने से पहले पाकिस्तान ने एक बड़ी साजिश को अंजाम दिया है। पाकिस्तानी सेना ने पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले जैश-ए-मोहम्मद के सरगना आतंकी मसूद अजहर समेत 6 टॉप कमांडरों को सुरक्षित स्थान पर छिपा लिया है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक आतंकी संगठन जैश-ए मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर को पाकिस्तानी सेना ने आईएसआई के सेफ हाउस में छिपाया है। पाकिस्तानी सरकार के प्रवक्ता ने ट्वीट कर बताया, 'पंजाब सरकरा ने बहावलपुर में मदरसातुल साबिर और जामा-ए-मस्जिद सुभानल्ला में एक परिसर को अपने नियंत्रण में ले लिया है। यह कार्रवाई प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के निर्णय के अनुसार की गई। जैश मुख्यालय पर पंजाब सरकार ने अपना प्रशासक नियुक्त कर दिया है। खबरों की मानें तो पंजाब प्रांत की सरकार ने दो मदरसों को भी अपने कब्जे में ले लिया है। आपको बता दें कि जैश के सरगना और आर्मी के हेडक्वार्टर के बीच बमुश्किल से 9-10 की दूरी है।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर लगातार अंतरराष्ट्रीय दवाब बढ़ रहा है, जिसका असर अब दिख भी रहा है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बहावलपुर स्थित जैश के मुख्यालय को वहां की पंजाब पुलिस अपने नियंत्रण में ले लिया है और वहां की सुरक्षा बढा दी गई है। यह वही इलाका है जहां पाकिस्तानी सेना के कोर-31 का मुख्यालय है। इस इलाके में मसूद अजहर का दबदबा है। प्रवक्ता के मुताबिक, फिलहाल 600 छात्र इस मुख्यालय में पढ़ते हैं और 70 शिक्षक तैनात हैं। पंजाब पुलिस कैंपस को सुरक्षा प्रदान कर रही है। वहीं पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, जनरल बाजवा ने नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी पोस्ट का दौरा किया। उन्होंने सैनिकों से किसी भी घटना का सामना करने को तैयार रहने को कहा। पाकिस्तान सरकार ने ये कदम पुलवामा हमले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के बयान के एक दिन बाद उठाया है। गुरुवार को UNSC ने पुलवामा हमले पर बयान जारी किया था, जिसमें खास तौर पर जैश-ए-मोहम्मद का नाम लिया गया था। पाकिस्तान और चीन ने कोशिश की थी कि सुरक्षा परिषद बयान जारी न करे, लेकिन दोनों देश अपने इरादों में सफल नहीं हो पाए। अगर भारत कोई भी आक्रामक सैन्य कदम उठाता है तो जवाब दिया जाएगा
शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना ने कहा कि उनका देश युद्ध नहीं चाहता लेकिन भारत को चेतावनी भी दी है। पाकिस्तान ने कहा कि अगर भारत कोई भी आक्रामक सैन्य कदम उठाता है तो उसका अप्रत्याशित जवाब दिया जाएगा। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि भारत ने बिना उचित जांच के पुलवामा हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया और भारत ने अब तक विभाजन की वास्तविकता को स्वीकार नहीं किया है। पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद द्वारा 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकवादी हमले को अंजाम दिए जाने के बाद सेना के प्रवक्ता ने कहा, 'हमारा 72 वर्ष का इतिहास है। विभाजन 1947 में हुआ था और तब पाकिस्तान आजाद हुआ था। भारत अभी भी यह स्वीकार नहीं कर पाया है।' सेना के प्रवक्ता ने कहा कि हम युद्ध की तैयारी नहीं कर रहे हैं, आप (भारत) धमकी जारी कर रहे हैं। हमें धमकियों का जवाब देने का अधिकार है। हम पहल करने की तैयारी नहीं कर रहे हैं, बल्कि बचाव और जवाब की योजना बना रहे हैं जो हमारा अधिकार है। अगर आप (भारत) पहले कोई प्रतिक्रिया शुरू करेंगे, तो आप हमें कभी चकित नहीं कर पाएंगे... हम आपको हैरान कर देंगे। गफूर ने चेताया कि युद्ध की स्थिति में इस बार सेना की प्रतिक्रिया अलग तरह की होगी।