CWC की बैठक में रो पड़े चिदंबरम, नेताओं के पुत्र-मोह पर बरसे राहुल गांधी, कहा - बेटे के टिकट के लिए नेताओं ने दी इस्तीफे की धमकी

लोकसभा चुनाव में मिली हार के कारणों पर मंथन करने के लिए बैठी कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की लेकिन कांग्रेस वार्किंग कमेटी ने इसे नामंजूर कर दिया। हालांकि संकेतों के मुताबिक राहुल अपने इस्तीफे पर अड़े हुए हैं। कांग्रेस वर्किंग कमिटी ने प्रस्ताव पारित किया है कि राहुल गांधी पार्टी का पुनर्गठन करें। उनकी बहन प्रियंका गांधी का भी उनके इस फैसले में उन्हें साथ मिला है। राहुल गांधी का कहना है कि वह पार्टी को मजबूत करने के लिए हमेशा काम करते रहेंगे, लेकिन वो अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे। वहीं प्रियंका गांधी का कहना है कि राहुल को कुछ समय दिया जाना चाहिए जिससे किसी अन्य वैकल्पिक प्लान तैयार किया जा सके। इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी राहुल से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा है।

वहीं राहुल के इस्तीफे पर अड़ने के बाद पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम बैठक में ही रो पड़े। उनकी आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने राहुल गांधी से पार्टी अध्यक्ष का पद ना छोड़ने के लिए कहा। इसके साथ ही कहा कि आपको नहीं पता कि दक्षिण भारत के लोग आपसे कितनी मोहब्बत करते हैं, अगर आपने इस्तीफा दिया तो कुछ लोग सुसाइड कर सकते हैं।

'बेटे को टिकट ना मिलने पर वो इस्तीफा दे देंगे'

राहुल ने शनिवार को CWC की बैठक में बतौर अध्यक्ष कुछ मुश्किलों को ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि अपने बेटे की टिकट के लिए कुछ नेताओ ने उन पर ये कह कर दबाव बनाया कि बेटे को टिकट ना मिलने पर वो इस्तीफा दे देंगे। राहुल का इशारा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और चिदम्बरम की तरफ था। बैठक में मौजूद सूत्रों के हवाले से मिली जनाकारी के अनुसार दरअसल बैठक के दौरान पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि हमें राज्यों में स्थानीय नेतृत्व को मजबूत करना चाहिए। सबसे अंत में बोलते हुए राहुल ने सिंधिया की इस बात का जवाब देते हुए नाराजगी में कटाक्ष किया और कहा, क्या हमें इसलिए राज्यों में नेतृत्व को मजबूत करना चाहिए कि मुख्यमंत्री अपने बेटे की टिकट के लिए दबाव बनाएं?” राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत ने जोधपुर से चुनाव लड़ा और हारे। जबकि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे ने उनकी सीट छिंदवाड़ा और चिदंबरम के बेटे कार्तिक चिदम्बरम ने तमिलनाडु की शिवगंगा लोकसभा सीट से जीत दर्ज की। गहलोत और चिदम्बरम कांग्रेस वर्किंग कमिटी के सदस्य हैं। कमलनाथ को भी इस बैठक में रहना था, लेकिन किन्हीं वजहों से वो मौजूद नहीं थे।

राहुल गांधी का कहना है कि वे पार्टी को मजबूत करने के लिए हमेशा काम करते रहेंगे, लेकिन वो अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे। कल जब मीटिंग हुई तो कांग्रेस के किसी भी नेता ने मीडिया से बात नहीं की। बाद में पार्टी के प्रवक्ताओं की ओर से बयानजारी किया गया जिसमें जानकारी दी गई कि बैठक में क्या बातें हुईं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'ऐसे कठिन हालात में हमें राहुल गांधी के नेतृत्व की जरूरत है।'