नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी हाथरस जाकर भगदड़ प्रभावित लोगों से बातचीत करने की योजना बना रहे हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को एक धार्मिक आयोजन में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा, यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी हाथरस जाने की योजना बना रहे हैं। वह वहां जाएंगे और प्रभावित लोगों से बातचीत करेंगे।
इस बीच, राजद नेता मनोज झा ने कहा कि भगदड़ की जांच के लिए गठित समिति महज दिखावा है। उन्होंने कहा, ऐसी दुर्घटनाओं के लिए कितनी समितियां गठित की गई हैं? हम सभी जानते हैं कि 2 दिन बाद इस मामले पर कोई चर्चा नहीं होगी। यह देश दुर्घटनाओं का देश बन गया है...क्या शहर के स्थानीय प्रशासन को भीड़ के बारे में जानकारी नहीं थी? यह सब महज दिखावा है।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, यह घटना एक धार्मिक सभा में हुई, जिसे उपदेशक भोले बाबा संबोधित कर रहे थे। जब उपदेशक चल रहे थे, तो उनके अनुयायी उनके पैरों के आस-पास की मिट्टी इकट्ठा करना चाहते थे, जिसके कारण भगदड़ मच गई। कार्यक्रम के आयोजकों ने 80,000 लोगों की भीड़ के लिए अनुमति ली थी। हालांकि, 2.5 लाख से ज़्यादा लोग वहां पहुंच गए।
उत्तर प्रदेश पुलिस की कांस्टेबल शीला मौर्य, जो कार्यक्रम स्थल पर ड्यूटी पर थीं, ने घटना के लिए अत्यधिक भीड़ को ज़िम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा, मुझे मंच के सामने तैनात किया गया था। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वहां भारी भीड़ थी। लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। मैंने कई महिलाओं की मदद की, लेकिन बाद में मैं भी गिर गई और मुझे चोटें आईं। समस्या यह थी कि वहां भारी भीड़ थी और सभी लोग एक साथ कार्यक्रम स्थल से बाहर निकलने लगे।
इस बीच, उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को मैनपुरी स्थित राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी अभियान चलाया। हालांकि, भोले बाबा अपने आश्रम परिसर में नहीं मिले।
कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। भोले बाबा को अभी तक आरोपी नहीं बनाया गया है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, विषय वस्तु की व्यापकता और जांच में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है।