जयपुर : इंडियन आर्मी में सूबेदार बताकर सायबर ठग ने दिया वारदात को अंजाम, खाते से निकाले हजारों रूपये

सायबर ठग वारदात को अंजाम देने के लिए लगातार नए पैंतरे अपना रहे हैं। इसका एक नजारा देखने को मिला राजस्थान की राजधानी जयपुर में जहां खुद को इंडियन आर्मी में सूबेदार बताकर सायबर ठग ने खाते से हजारों रूपये निकाल लिए। यह वारदात जनता कॉलोनी में रहने वाली 57 वर्षीया कमलप्रीत कौर के बेटे के साथ हुई। जिसे एक महीने का एडवांस किराया पेमेंट करने के बहाने खाते से रकम निकाल ली गई। ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ित ने बैंक में सूचना दी। फिर आदर्श नगर थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने आईपीसी की धारा 420, 66 आईटी एक्ट में केस दर्ज कर ट्रांजेक्शन डिटेल व मोबाइल नंबर के आधार पर जांच करना शुरू किया है।

कमलप्रीत ने बुधवार को आदर्श नगर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। जिसमें बताया है कि उन्होंने अपना मकान किराए पर देने के लिए ऑनलाइन विज्ञापन दिया था। 22 नवंबर को कमलप्रीत के बेटे के मोबाइल फोन पर एक व्यक्ति ने फोन किया। उसने अपना नाम अमित कुमार बताया। बातचीत में कहा कि वह भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर कार्यरत है। अमित कुमार ने मकान किराए पर लेने की इच्छा जाहिर की। शातिर ठग ने मकान मालिक को 1 महीने का किराया एडवांस जमा करवाने का झांसा दिया।

इसके बाद शातिर ठग ने कमलप्रीत के बेटे के मोबाइल पर एक क्यूआर कोड भेजा। उसे किसी भी ऑनलाइन पेमेंट ऐप के जरिए स्कैन करने के लिए कहा। झांसे में आकर जब पीड़ित ने क्यूआर कोड स्कैन किया तो उसके खाते में कोई राशि नहीं आई। इसके बाद ठग ने दो-तीन बार क्यूआर कोड भेज कर उसे स्कैन करने की बात कही। लेकिन हर बार क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद पीड़ित के खाते में रकम जमा नहीं हुई। राशि जमा होने की बजाए पीड़ित के खाते से 10900 रुपए की रकम ट्रांसफर हो गई। पीड़ित ने ठग से रकम उसके खाते में ट्रांसफर होने की बात कही। तब उसने टेक्निकल एरर का हवाला दे दिया और रकम वापस ट्रांसफर करने की बात कहकर फोन काट दिया। इसके बाद जब पीड़ित ने ठग से संपर्क करने का प्रयास किया तो उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ आया।