हिमाचल में महंगाई की मार! प्याज ला रहा आँखों में आंसू तो टमाटर बढ़ा रहा जीवन की खटास

चीजों के बढ़ते दाम आम आदमी के लिए परेशानी का सबक बनते जा रहे हैं। मजदूर आदमी भी अपने खाने में टमाटर-प्याज को शामिल करता हैं और कई बार इसी से अपना पेट भरता हैं क्योंकि इनके दाम सस्ते होते हैं। लेकिन अब हालात ऐसे पनप रहे हैं कि सक्षम लोग भी टमाटर-प्याज को घर पर लाने से कतरा रहे हैं क्योंकि इनके दाम आसमान छू रहे हैं। एक सप्ताह के भीतर प्याज और टमाटर के दामों में भारी उछाल के कारण लोगों की रसोई में महंगाई का तड़का लगने लगा है। परिवहन खर्चा बढ़ने और मैदानी इलाकों में मानसून में जोरदार बरसात के चलते प्याज की फसल खराब होने से रेट बढ़े हैं। उपचुनाव के बीच बढ़ती महंगाई भी अब सरकार के लिए चिंता का विषय बन गया है। बैठे-बिठाए विपक्ष के हाथ बड़ा मुद्दा लग गया है।

हिमाचल प्रदेश में एक सप्ताह के भीतर प्याज में 20 रुपये की बढ़ोतरी के साथ ही दाम 50 रुपये और टमाटर में करीब 30 रुपये की बढ़ोतरी के साथ दाम 65 रुपये प्रतिकिलो पहुंच गए। खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेंद्र गर्ग ने बताया कि जमाखोरी और मुनाफाखोरी पर रोक लगाने के लिए जिला खाद्य नियंत्रक अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। नवरात्र में प्याज की मांग कम होने के बावजूद दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है।

ऊना में प्याज 50 और टमाटर 80 रुपये, जिला कांगड़ा में प्याज 50, टमाटर 65 रुपये किलो हैं। चंबा में प्याज 50, टमाटर 60, हमीरपुर में प्याज 50 और टमाटर 70 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं। मंडी में प्याज 55 और टमाटर 60 रुपये किलो हैं। जिला सोलन में प्याज 50 और टमाटर 60 रुपये प्रति किलो हैं। शिमला शहर और किन्नौर में प्याज 50, टमाटर 60 रुपये, बिलासपुर में प्याज 50 रुपये, टमाटर 50 रुपये किलो हैं। जिला कुल्लू में भी प्याज के रेट 50 रुपये और टमाटर के 60 किलो तक पहुंच गए हैं। सिरमौर में प्याज 50 रुपये और टमाटर 60 रुपये प्रतिकिलो हैं।