पश्चिम बंगाल / लापरवाही, परिवार को 48 घंटे तक फ्रीजर में रखना पड़ा कोरोना से मरे बुजुर्ग का शव

देश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना वायरस से अब तक 6 लाख 05 हजार 220 लोग संक्रमित हो चुके है वहीं, इस बीमारी से 17 हजार 834 लोगों की मौत भी हो चुकी है। एक तरफ जहां कोरोना से होने वाली मौतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां कोरोना वायरस से मरे एक 71 साल की उम्र के बुजुर्ग का शव 48 घंटे तक घर वालों को फ्रीजर में रखना पड़ा।

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पश्चिम बंगाल के कोलकाता में कोरोना वायरस के कारण एक बुजुर्ग की मौत हो गई। परिवार के लोगों का कहना है कि बुजुर्ग के अंतिम संस्कार के लिए अधिकारियों की ओर से किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली। जिसके बाद परिवार के लोगों को शव को 48 घंटे तक फ्रीजर में रखना पड़ा।

पीटीआई स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के हवाले से बताता है कि 71 वर्षीय शख्स को सांस लेने में तकलीफ थी। वहीं सोमवार को मध्य कोलकाता के राजा राममोहनराय सरानी इलाके स्थित घर पर ही उसकी मौत हो गई। बुजुर्ग की मौत बुखार, जुकाम और खांसी आने के कारण हुई थी।

हालांकि सोमवार को डॉक्टर ने उन्हें कोरोना वायरस की जांच कराने को कहा था। इसके बाद उनकी कोरोना वायरस की जांच भी करवाई गई। परिवार के सदस्य के मुताबिक जांच करवाकर घर लौटने के बाद उनकी सेहत बिगड़ गई और दोपहर को उनकी मौत हो गई। घटना की सूचना जब संबंधित डॉक्टर को दी गई तो वह पीपीई किट में मृत व्यक्ति के घर गया।

हालांकि वहां उन्होंने मृत्यु प्रमाणपत्र जारी नहीं किया और कहा कि यह कोविड-19 मामला है। इसके बाद डॉक्टर ने परिवार को अहमर्स्ट स्ट्रीट थाने से संपर्क करने को कहा। लेकिन जब परिवार वालों ने पुलिस से संपर्क किया तो पुलिस ने परिवार को स्थानीय पार्षद से संपर्क करने को कहा।

नहीं मिली किसी भी तरह की मदद

परिवार के सदस्य ने कहा, 'हमें वहां भी किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली। हमें राज्य स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करने को कहा गया।' परिवार के लोगों ने कहा कि जब स्वास्थ्य विभाग को हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया तो वहां से कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद परिवार के लोगों ने कई मुर्दाघरों से संपर्क किया। हालांकि वहां से भी किसी प्रकार की कोई मदद नहीं मिली।

फ्रीजर का इंतजाम

इसके बाद परिवार ने अंतिम संस्कार तक शव को रखने के लिए फ्रीजर का इंतजाम किया। वहीं बुजुर्ग की जांच रिपार्ट मंगलवार को आई, जिसमें कोरोना वायरस की पुष्टि हो गई। इसके बाद बुधवार को स्वास्थ्य विभगा का परिवार के पास कॉल आया और उन्होंने कोरोना वायरस से संक्रमित होने की बात बताई। उसके बाद कोलकाता नगर निगम के लोग आए और शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया। इस मामले में पुलिस ने आरोपों की खारिज किया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कुछ गलतफहमी के चलते ऐसा हुआ।

पश्चिम बंगाल में 683 लोगों की हुई मौत

बता दे, बुधवार को पश्चिम बंगाल में 611 नए मामले दर्ज किए गए। नए मामलों में सबसे ज्यादा 283 राजधानी कोलकाता में आए तो वहीं उत्तर 24 परगना में 153, हावड़ा में 78, दक्षिण 24 परगान में 41 और मालदा में 30 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

जिसके बाद प्रदेश में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 19 हजार 170 हो गई। वहीं 24 घंटों में 15 लोगों की मौत दर्ज की गई। पश्चिम बंगाल में अब तक कुल 683 लोगों की जान जा चुकी है। यानी बंगाल में कोरोना से मृत्यु दर 3.5% है। बता दें, सबसे ज्यादा मौतें राजधानी कोलकाता में दर्ज की गई है। ज़िले में अब तक 386 लोगों की मौत हो चुकी है।