भारत में कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़कर हुई 310

भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़कर 310 हो गई है। इसमें से मौजूदा मरीजों की संख्या 278 है जबकि 28 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। वहीं 4 लोगों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हो चुकी है।

कोरोना वायरस के जिस पॉजिटिव मरीज की मौत पंजाब के नवांशहर के बंगा कस्बे में हुई थी। उसके परिवार के 6 सदस्यों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है। इसके अलावा एक और व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है वो भी इसी व्यक्ति के संपर्क में आया था।

कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रसार का अध्ययन कर रहे वैज्ञानिकों ने कहा है कि जैसे-जैसे मामले बढ़ते जा रहे हैं, भारत बीमारी के प्रसार को रोकने के एक कठिन दौर में प्रवेश कर चुका है। और ऐसे दौर में दो तस्वीरें सामने आ सकती हैं- या तो चीन जैसी सफलता के साथ यह बीमारी को सोशल डिस्टेंसिंग या और सेल्फ कॉरन्टाइन के साथ रोकने में सफल होगा या बीमारी का ऐसा प्रसार होगा कि देश में स्वास्थ्य का मूलभूत ढांचा दबाव में आ जाएगा।

रेलवे स्टेशनों पर किए गए एयरपोर्ट जैसे इंतजाम

कोरोना वायरस के असर से ट्रेनों के पहिए थम चुके हैं। 31 मार्च तक कमोबेश सभी ट्रेनें रोक दी गई हैं। 31 मार्च तक हज़ारों ट्रेनों का संचालन रद्द किया जा चुका है। करोड़ों रेलयात्रियों ने अपने रिज़र्वेशन रद्द करवा दिए हैं। रेलवे अब तक अरबों रुपए का रेलयात्रियों को रिफंड कर चुका है। ये तस्वीर का एक पहलू है, दूसरे पहलू पर गौर करें तो रेलवे कोरोना वायरस से बचाव के वो तमाम उपाय अपना रहा है जो WHO की गाइडलाइन को फॉलो करते हैं। इसके तहत रेलवे जंक्शन पर आने वाले यात्री की जांच से लेकर रेलवे जंक्शन पर मौजूद हर साजो-सामान को सेनेटाइज करने की मुहिम जारी है। दरअसल, इस पूरे परिदृश्य में रेलवे ने कोरोना से लड़ाई लड़ने की पूरी तरह से ठान ली है। एयरपोर्ट की तर्ज पर अब हर रेलवे स्टेशन पर हर काम को बेहद बारीक तरीके से किया जा रहा है। कोविड 19 की जांच के जो इंतज़ाम एयरपोर्ट पर किए गए है, वही इंतजाम अब रेलवे स्टेशन पर भी नजर आने लगे हैं।