ओमिक्रॉन की दहशत के बीच कांग्रेस को नहीं मिली दिल्ली में रैली की मंजूरी, अब जयपुर में जुटेंगे एक लाख लोग

केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस 12 दिसंबर को राजधानी दिल्ली में ‘महंगाई हटाओ’ रैली करने वाली थी लेकिन कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की दहशत के बीच कांग्रेस को इस रैली की मंजूरी नहीं मिल पाई। ऐसे में अब यह रैली राजस्थान की राजधानी दिल्ली में होगी जिसमें करीब एक लाख लोग जुटेंगे। इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कांग्रेस के सभी बड़े नेता शामिल होंगे। इससे पहले राजधानी में अमित शाह की रैली भी होनी हैं। इन दो राजनीतिक आयोजनों से प्रदेश पर कोरोना मामले बढ़ने का खतरा मंडरा रहा है।

दिल्ली की जगह जयपुर को चुनने के पीछे एक वजह यह भी है कि सीएम अशोक गहलोत पहले भी प्रदेश में बड़ी रैलियां कर चुके हैं। तैयारियों को लेकर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन 3 दिसंबर को जयपुर पहुंचेंगे। रैली में भीड़ जुटाने के लिए 13 जिलाध्यक्षों की नियुक्ति भी कर दी गई है। हालांकि इसी सप्ताह मंगलवार को भी माकन महंगाई हटाओ रैली की तैयारियों को लेकर जयपुर आए थे। उन्होंने पीसीसी में सभी मंत्रियों, विधायकों और कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक भी ली थी। वहीं, भाजपा भी सियासी दौड़ में पीछे नहीं है। पार्टी 5 दिसंबर को जयपुर में ‘रोड शो’ करेगी। इसमें 40 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता शामिल होंगे।

प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां 10 दिन में ही एक्टिव मरीज दोगुने हो गए। 20 नवंबर को यहां एक्टिव रोगी 103 थे, जो अब 203 पहुंच गए। दस दिन में एक्टिव रोगी दोगुने किसी भी राज्य में नहीं हुए। बुधवार को प्रदेश में 21 नए रोगी मिले, इनमें से 10 जयपुर में आए।