अलवर : अभी तक नहीं हो पाया डेढ़ साल पहले पपला गुर्जर से मिले 32 लाख रुपए का खुलासा

कुख्यात गैंगेस्टर पपला गुर्जर के पास डेढ़ साल पहले मिले 32 लाख रुपए का राज अभी तक दबा हुआ है। जबकि, पपला गुर्जर को 6 सिंतबर 2019 के दिन AK 47 जैसे हथियारों से फायरिंग कर बहरोड़ थाने से भगा कर ले जाने वाले ज्यादातर बदमाश भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। केवल एक अपराधी फरार है। इसके बावजूद पुलिस उन 32 लाख रुपए का कोई खुलासा नहीं कर सकी है। जो पपला से बरामद हुए थे। बताया जा रहा है कि यह राज खुलने के बाद और बहुत से चेहरों से नकाब हट जाएगा। जिस तरह हाल में सुधीर नाम के कांस्टेबल को पपला के साथ घपला करने में सस्पेंड किया गया है।

पुलिस में पपला का घपला

जिस तरह पुलिस में भी पपला का घपला सामने आने के बाद भिवाड़ी एसपी ने नीमराणा के एक कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया है। ठीक उसी प्रकार यह 32 लाख रुपए की रकम का खुलासा होने पर बहरोड़ में बड़ी खलबली मच सकती है। जिसे पुलिस अभी दबा कर बैठी है। जबकि, 6 सितंबर 2019 को पपला गुर्जर को थाने से भगा कर ले जाने वाले ज्यादातर बदमाश पुलिस की गिरफ्त में हैं। ऐसा कतई संभव नहीं है कि बदमाशों के जरिए पुलिस ने अब तक यह पता नहीं किया हो कि पपला के पास मिले 32 लाख रुपए कहां से आए थे?

नोटों की खेप का खेल

एक ही रात में गाड़ी में 32 लाख रुपए की रकम मिलने का खुलासा नहीं किए जाने के पीछे के खेल को समझा जा सकता है। यह वसूली की रकम है और हिस्सेदारी का खेल हो सकता है। वसूली कराने से लेकर और बंटवारे के इस अपराध में कुछ चौकाने वाले नाम भी उजागर हो सकते हैं। जितना इस रकम का खुलासा करने में देरी होगी। उतने ही ज्यादा सवाल खड़े होना लाजिमी है।

महाराष्ट्र तक पहुंचती रही रकम

पुलिस के अधिकारी इतना भी मान रहे हैं कि पपला अपने साथ 12 लाख रुपए लेकर फरार हुआ था। जिससे खुद का खर्च चला रहा था। फिर तो पपला को पकड़ते समय भी उसके पास नकदी हो सकती है। लेकिन, उसका भी खुलासा नहीं किया है। पुलिस के आला अधिकारी बार-बार अनुसंधान जारी होने का जिक्र करके टरकाते रहे हैं। अब तो खुद पपला सामने आ गया। कम से कम यह तो पता लगना चाहिए कि आखिरी 32 लाख रुपए कहां से लाए गए थे।