अच्छी खबर / भारत में 4 ऐसे भी राज्य जहां कोरोना वायरस से नहीं हुई एक भी मौत

देश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। आज शुक्रवार को कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 5 लाख को पार कर गया है। आज शुक्रवार को कोरोना के 17,980 नए मरीज सामने आए वहीं इस वायरस से आज 381 लोगों की मौत भी हुई है। इसके साथ ही देश में कुल संक्रमितों की आंकड़ा 5,09,170 हो गया है वहीं, कुल मौतों की गिनती 15,689 हो गई है। जहां एक तरफ देश में संक्रमण बढ़ रहा है वहीं दूसरी तरफ एक अच्छी खबर भी सामने आई है। यह खबर भारत सरकार ने शुक्रवार को कहा कि देश में चार राज्य मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड और सिक्किम ऐसे हैं, जहां अब तक कोरोना वायरस से कोई मौत नहीं हुई है और पूर्वोत्तर क्षेत्र में इसके मामलों की संख्या देश के बाकी हिस्सों की तुलना में कम है।

सरकार ने यह भी कहा कि 8 पूर्वोत्तर राज्यों में जांच सुविधाओं और समर्पित कोविड-19 अस्पतालों की कमी से शुरुआत में इस खतरनाक वायरस के खिलाफ लड़ाई में बाधा आयी लेकिन उसके बाद से आधारभूत ढांचा मजबूत किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अभी तक की स्थिति के अनुसार वहां ठीक हुए मरीजों की संख्या 5 हजार 715 है, जो कि उपचारित मरीजों की संख्या 3 हजार 731 से कम है। पूरे क्षेत्र में मृतक संख्या 12 है।

मंत्रालय ने कहा कि महामारी के खिलाफ पूरे देश में लड़ाई एक सामूहिक और समेकित प्रयास रहा है और केंद्र ने कोविड-19 से मुकाबले के लिए पूर्वोत्तर राज्यों में चिकित्सकीय देखभाल ढांचे को मजबूती प्रदान करने में सक्रिय एवं मजबूत समर्थन दिया है।

मंत्रालय ने कहा, ‘पूर्वोत्तर राज्यों में कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई जिससे प्रभावित हुई उनमें जांच सुविधाओं की कमी शामिल थी। हालांकि आज स्वास्थ्य मंत्रालय के जरिए केंद्र द्वारा ध्यान दिये जाने से क्षेत्र में सार्वजनिक क्षेत्र में 39 जांच प्रयोगशाला और निजी क्षेत्र में तीन जांच प्रयोगशालाएं हैं।’

असम में सार्वजनिक क्षेत्र की 10 और दो निजी प्रयोगशालाएं, मेघालय में 6 सार्वजनिक क्षेत्र की प्रयोगशालाएं और एक निजी प्रयोगशाला है। नागालैंड में 13 जांच प्रयोगशालाएं, अरुणाचल प्रदेश में तीन, मणिपुर, मिजोरम और सिक्किम में दो-दो और त्रिपुरा में कोविड-19 की एक जांच प्रयोगशाला है।

मंत्रालय ने कहा, 'पूर्वोत्तर राज्यों में समर्पित कोविड-19 अस्पताल, कोविड-19 स्वास्थ्य केंद्र और कोविड-19 देखभाल केंद्रों की काफी कमी थी। केंद्र की मदद से सभी आठ राज्यों में स्वास्थ्य देखभाल आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ किया गया है।' अब वहां 1 हजार 518 समर्पित कोविड-19 स्वास्थ्य इकाइयां हैं, जिसमें 60 अस्पताल, 360 स्वास्थ्य केंद्र और देखभाल केंद्र शामिल हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, केंद्र सरकार ने आईसीयू बेड, पृथक बेड, ऑक्सीजन आपूर्ति वाले बेड और वेंटीलेटर की संख्या बढ़ाने में 8 राज्यों को सहयोग किया। इसने कोविड-19 मामलों के प्रभावी क्लीनिकल प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। असम में 67 हजार 833 पृथक बेड, 1 हजार 841 ऑक्सीजन आपूर्ति बेड और 598 आईसीयू बेड और 350 वेंटिलेटर हैं।

अरुणाचल प्रदेश में 1 हजार 998 पृथक बेड, 178 ऑक्सीजन आूपर्ति वाले बेड और 60 आईसीयू बेड और 16 वेंटिलेटर हैं। केंद्र ने इसके साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों को एन95 मास्क, पीपीई किट और हाईड्राक्सीक्लोरोक्वीन दवाओं की उपलब्धता बढ़ाने के लिए भी सहयोग किया। अभी तक की स्थिति के अनुसार अरुणाचल प्रदेश में कोविड-19 के 121 उपचारित मरीज हैं जबकि 38 ठीक हो गए हैं।

राज्य में शुक्रवार कोविड-19 से पहली मौत हुई। असम में 2 हजार 279 उपचारित मामले हैं, 4 हजार 33 मरीज ठीक हो गए हैं जबकि 9 लोगों ने संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया है। वर्तमान में मणिपुर में उपचारित मामले 702 हैं जबकि 354 मरीज ठीक हो गए हैं। मेघालय में 3 उपचारित मामले हैं जबकि 42 मरीज ठीक हो गए हैं और एक मरीज की मौत हुई है। त्रिपुरा में 1 हजार 19 मरीज ठीक हो गए हैं 270 का इलाज चल रहा है और एक मरीज की मौत हुई है। नागालैंड में 195, मिजोरम में 115 और सिक्किम में 46 उपचारित मामले हैं।

बता दे, देश में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज महाराष्ट्र में है। यहां आज शुक्रवार को 5024 नए मरीज मिले। इसके साथ ही कुल मरीजों की संख्या 1,52,765 हो गई है। वहीं, राज्य में कुल मौतें 7,106 हो गई है। महाराष्ट्र के बाद दिल्ली में कोरोना के मामले सबसे ज्यादा है। यहां कुल संक्रमित 77,240 हो गए है। वहीं, 2,492 लोगों की मौत हो चुकी है।