पुणे के गांव की अनूठी पहल, सोशल डिस्टेंसिंग के लिए अपनाया ये तरीका, एक भी संक्रमित मरीज नहीं

देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में मरीजों की कुल संख्या 77,793 हो गई है। गुरुवार को 2933 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। महाराष्ट्र में 39 हजार 944 एक्टिव कोरोना मरीज हैं, जबकि 32 हजार 329 मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। राज्य में अब तक संक्रमण से 2710 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, कोरोना संक्रमण से बचने के लिए महाराष्ट्र में पुणे के एक गांव के लोगोें ने अनूठा तरीका निकाला है। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए यहां के लोग छातें का इस्तेमाल करते है। बारिश और धूप के साथ ही ये छाता लोगों को करोनो से होने वाले संक्रमण से बचा भी रहा है। छातें इ इस्तेमाल का फायदा गांव में दिखाई भी दे रहा है।

गांव में एक भी संक्रमित नहीं

50 हजार की आबादी वाले इस गांव में कोरोना संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है। गांव के सरपंच दत्ता गंजाले ने कहा, लॉकडाउन के नियमों में छूट दी गई है। वहीं मुंबई से बड़ी संख्या में लोगों यात्रा कर रहे हैं। ऐसे में संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है। इसलिए यह सुनिश्चित करना अहम हो गया कि गांव इस महामारी से मुक्त रहे। गांव के सरपंच ने कहा कि हमने एक-दूसरे से दूरी बनाने में छाते के इस्तेमाल केरल से लिया है. वहां, यह मॉडल कारगर साबित हुआ था. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के इस्तेमाल, हैशटैग, छाते वाली सेल्फी से लोगों को प्रोत्साहन मिला और इस विचार को सफल बनाने में यह उपाय कारगर रहा है।

एक अधिकारी ने बताया कि पुणे-नासिक राजमार्ग पर 50,000 जनसंख्या वाली मंचर ग्राम पंचायत है। संभवत: यहां छाते को एक दूसरे से दूरी बनाने के औजार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।

आपको बता दे, पुणे में अब तक 8,825 संक्रमित मामले सामने आ चुके है। वहीं 376 लोगों की मौत हो चुकी है।