नीतीश ने बढ़ाया बिहार राजनीति का पारा, कांग्रेस-RJD को छोड़ने की तैयारी, INDIA गठबंधन के लिए बड़ा झटका

पटना। बिहार में भले ही कड़ाके की सर्दी पड़ रही हो लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चहलकदमी ने बिहार में राजनीतिक पारा बढ़ा दिया है। 2022 में भारतीय जनता पार्टी का साथ छो़डकर राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने वाले नीतीश एक बार फिर भाजपा के साथ आ सकते हैं।

गुरुवार को पटना से लेकर दिल्ली तक चले उठा पटक के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार आज दोपहर तक भाजपा के साथ नई सरकार बनाने पर मुहर लगा सकते हैं। अगर वह NDA में वापसी करते हैं तो यह INDIA गठबंधन के लिए बड़ा झटका होगा, क्योंकि नीतीश 27 दलों के विपक्षी गठबंधन के सूत्रधार हैं।

आज फैसला ले सकते हैं नीतीश कुमार

सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार आज दोपहर तक भाजपा के साथ जाने को लेकर फैसला कर सकते हैं। वहीं, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी इस बात का संकेत दिया है। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि क्या आज ही खेला हो जाएगा? बता दें कि उन्होंने पहले दावा किया था कि बिहार में 25 जनवरी तक कुछ बड़ा होने वाला है।

पटना से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी

बिहार में तेजी से घट रहे सियासी घटनाक्रमों के बीच पटना से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी है। गुरुवार को भाजपा नेतृत्व ने राज्य के प्रमुख नेताओं को दिल्ली बुलाकर उनके साथ विचार-विमर्श किया। गुरुवार देर रात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी एवं राज्य के अन्य नेताओं के साथ मौजूदा घटनाक्रमों और भावी परिस्थितियों को लेकर चर्चा की।

बैठक में बिहार भाजपा के प्रभारी महासचिव विनोद तावड़े और क्षेत्रीय संगठन मंत्री नागेंद्र नाथ त्रिपाठी भी मौजूद रहे। वहीं, नीतीश कुमार और लालू यादव ने भी अपने पार्टी के नेताओं और सांसदों के साथ बैठक की।

नीतीश गए तो खत्म हो जाएगा INDIA गठबंधन

नीतीश कुमार अगर भारतीय जनता पार्टी के साथ चले जाते हैं तो यह INDIA गठबंधन के लिए सबसे बड़ा झटका होगा, क्योंकि नीतीश कुमार ही इस गठबंधन के सूत्रधार थे। गठबंधन की पहली बैठक से ही कांग्रेस ने जिस तरह का रवैया अन्य दलों के साथ अपनाया उसके कारण कई विपक्षी नेता नाराज चल रहे थे। ऐसे में नीतीश कुमार ही इकलौते ऐसा नेता थे जो सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर ला सकते थे। लेकिन उनके NDA में वापसी करने से INDIA गठबंधन बिहार में फिर से महागठबंधन बन जाएगा।

विपक्षी नेताओं ने INDIA गठबंधन से बनाई दूरी

बता दें कि विपक्षी गठबंधन के कई नेता INDIA गठबंधन से दूरी बनाते जा रहे हैं। बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने इस बात का ऐलान कर दिया था कि वह अकेले लोकसभा का चुनाव लड़ेगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भी साफ तौर पर कहा कि पंजाब में आप सभी 13 सीटों पर लड़ेगी। वहीं, समाजवादी पार्टी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के रवैये से नाराज है। अखिलेश यादव बार-बार ये कह रहे हैं कि यूपी में गठबंधन सपा की शर्तों पर होगा।