निर्भया के दोषी फिर पहुंचे पटियाला हाउस कोर्ट, तिहाड़ प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप

निर्भया गैंगरेप के दोषी खुद को फांसी से बचाने की हरसंभव कोशिश में लगे हैं। शुक्रवार को एक बार फिर निर्भया के दोषियों के वकील एपी सिंह ने पटियाला हाउस कोर्ट का रुख किया है। वकील एपी सिंह ने पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर करते हुए कहा है कि तिहाड़ जेल ने अबतक उन्हें कुछ कागजात नहीं दिए हैं, जिसकी वजह से क्यूरेटिव और मर्सी पिटिशन दाखिल करने में देरी हो रही है। गौरतलब है कि विनय की क्यूरेटिव पिटीशन खारिज हो चुकी है। अब उसे दया याचिका दाखिल करनी है। वहीं पवन और अक्षय को क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका दोनों दायर करनी है। ऐसे में दोषियों के वकील ने कहा है कि 1 फरवरी को फांसी की तारीख निर्धारित है और उन्हें तिहाड़ प्रशासन ने अब तक कागजात उपलब्ध नहीं कराए हैं।

बता दें कि निर्भया के दोषियों को पहले 22 जनवरी को फांसी होनी थी, लेकिन फिर नई तारीख तय करते हुए 1 फरवरी का दिन फाइनल किया गया है। चारों दोषियों को फांसी एक फरवरी को सुबह 6 बजे होनी है। अब वकील एपी सिंह ने कहा है कि वह विनय और अक्षय की तरफ से क्यूरेटिव और मर्सी पिटिशन (दया याचिका) दायर करना चाहते हैं, लेकिन तिहाड़ जेल ने उन्हें कागजात नहीं दिए हैं, जिससे देरी हो रही है।

वहीं निर्भया के दरिंदो का डेथ वारंट जारी करने वाले न्यायाधीश का गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट रजिस्टरी में ट्रांसफर हो गया। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सतीश कुमार अरोड़ा को एक साल के लिए प्रतिनियुक्ति पर अतिरिक्त रजिस्ट्रार के रूप में सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर किया गया है। ट्रांसफर से पहले वह निर्भया दुष्कर्म और हत्या का मामला सुन रहे थे। वह निर्भया के माता-पिता की याचिका पर सुनवाई कर रहे थे, ताकि चारों दोषियों को फांसी की सजा देने का निर्देश दिया जा सके।

बता दे, निर्भया का कुल 6 लोगों ने गैंगरेप किया था। इसमें एक राम सिंह की जेल में मौत हो गई थी। अन्य नाबालिग को छोड़ दिया गया था। वहीं अक्षय, पवन, मुकेश और विनय को फांसी होनी है।