निर्भया के दोषियों का बर्ताव बदला, कही खुद को न पहुंचा लें नुकसान, जेल प्रशासन टॉइलट में भी रख रहा नजर

निर्भया केस के चारों दोषियों को 1 फरवरी को फांसी पर लटकाया जाएगा। फांसी का दिन नजदीक आने की वजह से चारों दोषियों में बर्ताव में तेजी से बदलाव आ रहा है। ऐसे में चारों फांसी से पहले खुद को नुकसान न पहुंचा लें, जेल प्रशासन के लिए यह काम सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। इसके लिए जेल प्रशासन पूरी सावधानी बरत रहा है। कैदियों को टॉइलट तक में अकेले नहीं छोड़ा जा रहा है। दिन-रात उनपर निगरानी रखी जा रही है। बार-बार उनके सेल्स को बदला जा रहा है। जेल अधिकारियों ने बताया है कि चारों को 1 फरवरी को फांसी देने की तैयारियां चल रही हैं। चारों पर एक डॉक्टर नजर बनाए हुए है। उनकी सेहत का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। जेल प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह देखना है कि कहीं चारों में से कोई खुद को ही नुकसान न पहुंचा ले। चारों दोषियों को टॉइलट में भी अकेले नहीं छोड़ा जा रहा। उनके साथ एक सुरक्षा गार्ड जाता है। नए कमरे में शिफ्ट करने से पहले भी कमरे की छानबीन होती है। इसे एक टीम द्वारा किया जा रहा है जिसमें जेल सुपरिंटेंडेंट भी शामिल होता है। दोषियों के सेल में रात को भी अंधेरा नहीं किया जाता, ताकि गार्ड उनपर निगरानी रख सके।

वहीं फांसी का दिन नजदीक आने की वजह से चारों दोषियों के बर्ताव में तेजी से बदलाव आ रहा है। विनय शर्मा काफी आक्रमक हो गया है। विनय इन दिनों बस एक रट लगाए हुए है कि उसे जेल नंबर 4 में बंद दोस्त से मिलने दिया जाए, जिससे कैद में रहने के दौरान उसकी दोस्ती हो गई है। विनय खाना खाने से भी मना कर देता है। वहीं मुकेश सिंह ने खुद को जेल के सेल में बंद कर लिया है। हालांकि, पवन गुप्ता और अक्षय ठाकुर में बर्ताव में कोई बदलाव नहीं आया है। शुक्रवार को मुकेश और विनय के घरवाले उनसे मिलने आए थे। करीब आधा घंटा उनकी बातचीत हुई।

बता दे, निर्भया के दोषियों को 1 फरवरी 2020 को फांसी होनी है। अब तक कैदियों ने जेल प्रशासन को अपनी अंतिम इच्छा नहीं बताई है। इस बीच जेल प्रशासन ने दोषियों के घरवालों को पत्र भेजा है। लिखा गया है कि अगर में उनसे आखिरी बार मिलना चाहते हैं तो जेल से संपर्क कर लें।

फांसी टलवाने के लिए सभी हथकंडे आजमा रहे निर्भया के गुनहगार

निर्भया केस के गुनहगार फांसी से बचने के लिए हर कानूनी तिकड़म आजमा रहे हैं। अब इस मामले के तीन दोषियों विनय, पवन और अक्षय ठाकुर के वकील एपी सिंह ने दिल्ली की एक अदालत का रुख किया है। सिंह ने अदालत में याचिका दायर कर कहा है कि तिहाड़ जेल प्रशासन ने अब तक उन्हें संबंधित कागजात उपलब्ध नहीं कराए हैं। निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले में मौत की सजा पाने वाले चार दोषियों में से एक और ने दया के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास याचिका देने की इच्छा जताई है। दोषी विनय शर्मा चाहता है कि दया याचिका के साथ उसकी 170 पन्नों वाली एक पर्सनल डायरी भी अथॉरिटीज तक भिजवाई जाए। इस डायरी का जिक्र उस अर्जी में किया गया है जो शुक्रवार को बचाव पक्ष के वकील की ओर से पटियाला हाउस कोर्ट में दायर की गई। इसमें वकील ने तिहाड़ जेल प्रशासन पर दोषी की डायरी और अन्य दस्तावेज देने में देरी का आरोप लगाया और दावा किया कि इस वजह से वह दोषी की दया याचिका दायर नहीं कर पा रहे हैं।

बता दें कि 16 दिसंबर, 2012 को दिल्ली के वसंत विहार में चलती बस में 23 वर्षीय निर्भया के साथ बेरहमी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। इसमें छह लोग शामिल थे, जिसमें राम सिंह ने जेल में फांसी लगा ली थी, जबकि एक नाबालिग सजा पूरी कर चुका है। वहीं चार अन्य दोषियों को निचली अदालत, दिल्ली हाई कोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट भी फांसी की सजा सुना चुका है।