पंजाब नेशनल बैंक को अरबों रुपये का चूना लगाने वाले हीरा कारोबारी नीरव मोदी देश छोड़कर भाग गए हैं और इससे राजनीतिक दलों को राजनीति करने का एक बड़ा अवसर भी मिल गया है। कई पार्टियां एक-दूसरे के ऊपर इस घोटाले का दोष मढ़ रही हैं।
इसी बीच नीरव के वकील विजय अग्रवाल ने केस हाथ में लेने के बाद कहा है कि जांच एजेंसियां अदालत में कुछ भी साबित नहीं कर पाएंगी। अग्रवाल ने कहा कि 2जी घोटाले और बोफोर्स मामले की तरह यह केस भी बंद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी मीडिया में शोर मचा रही हैं लेकिन वह इन आरोपों को कोर्ट में साबित नहीं कर पाएंगी। वकील के बयान से पहले नीरव ने भी सीनाजोरी दिखाते हुए 15 फरवरी को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने लिखा है कि अतिउत्साह में इस मामले को सार्वजनिक कर पीएनबी ने बकाया वसूली के सारे रास्ते बंद कर लिये हैं।
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के बाद आरोपी नीरव मोदी अब सीनाजोरी पर उतर आया है। दरहसल, नीरव मोदी ने 15-16 फरवरी को पंजाब नेशनल बैंक प्रबंधन को एक पत्र लिखा है जिसमें उसने कहा कि बैंक ने उनके ऊपर बकाया रकम बढ़ाकर बताई है, बकाया रकम 5 हजार करोड़ से कम है जिसे बैंक ने 11 हजार करोड़ बताया है। उन्होंने पत्र में यह भी लिखा है कि इस मामले को सार्वजनिक कर पीएनबी ने बकाया वसूली को चुकाने की उसकी क्षमताओं के सारे रास्ते बंद कर दिए हैं।
वहीं वकील विनीत धांडा द्वारा पंजाब नेशनल बैंक में हुई धांधली की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के नेतृत्व में एक पीठ 23 फरवरी को इसकी सुनवाई करेगी।