गुजरात में पकड़ा गया पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का एजेंट, देश की संवेदनशील जानकारी की थी साझा

भारत-पकिस्तान की सीमा पर घुसपैठ, सीजफायर को रोकने के लिए देश की सेना हमेशा बॉर्डर पर तैनात रहती हैं। लेकिन इसी के साथ ही पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के कुछ एजेंट भी भारत में सक्रिय हैं जिन पर लगाम लगाने का काम भारत की कई अन्य एजेंसियां कर रही हैं। इस कड़ी में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी कामयाबी मिली हैं और उन्होनें गुजरात से आईएसआई के एक एजेंट को गिरफ्तार किया है जो देश की संवेदनशील जानकारी उनके साथ साझा करता था।

उत्तर प्रदेश में रिपोर्ट किए गए रक्षा/आईएसआई मामले के संबंध में रजाकभाई कुंभार को पश्चिम कच्छ क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गोमती नगर थाने में इसी साल 19 जनवरी को एक केस दर्ज कराया गया था। यह केस चंदौली से पकड़े गए आईएसआई एजेंट मोहम्मद राशिद के खिलाफ था। एनआईए ने इस साल अप्रैल में फिर से मामला दर्ज किया। जांच के दौरान इस बात के सबूत मिले कि राशिद के भी आईएसआई के साथ संपर्क थे। जांच में सामने आया था कि वह दो बार पाकिस्तान का दौरा कर चुका था।

एनआईए के अनुसार, राशिद ने भारत में कुछ संवेदनशील और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की तस्वीरों को पाकिस्तान भेजा था और पाकिस्तान में आईएसआई के संचालकों के साथ सशस्त्र बलों की आवाजाही के बारे में भी जानकारी साझा की थी।

एनआईए को जानकारी मिली थी कि कच्छ में कुंभार नाम का एक व्यक्ति आईएसआई के एजेंटों के लिए खजांची के रूप में काम करता है। इसके बाद एजेंसी ने मामले के सिलसिले में शुक्रवार को कुंभार के घर पर तलाशी ली और पता चला कि उसने पेटीएम के माध्यम से 5,000 रुपये रिजवान नाम के व्यक्ति के खाते में स्थानांतरित किए थे, जिसने इन पैसों को आगे राशिद को सौंप दिया। जांच में पता चला कि यह रकम भारत से कुछ अहम जानकारियां पाकिस्तान तक पहुंचाने के बदले राशिद को दी गई थी। वहीं, कुंभार के घर पर तलाशी के दौरान, गुप्त दस्तावेजों को जब्त कर लिया गया।