कोलकाता। पेपर लीक विवाद के मद्देनजर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) को समाप्त करने पर विचार करने और पिछली प्रणाली पर वापस जाने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया, जहां राज्य सरकारें अपनी मेडिकल प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करती थीं।
प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने नीट-यूजी परीक्षा में कथित अनियमितताओं में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, मैं आपसे दृढ़ता से आग्रह करता हूं कि आप इस परीक्षा को राज्य सरकारों द्वारा आयोजित करने की पिछली प्रणाली को बहाल करने और नीट परीक्षा को समाप्त करने के लिए तत्काल कदम उठाने पर विचार करें।
उन्होंने कहा, इससे सामान्य स्थिति बहाल करने और इच्छुक छात्रों का सिस्टम में विश्वास बढ़ाने में मदद मिलेगी।
नीट-यूजी विवाद क्या है? नीट-यूजी 2024 परीक्षा 5 मई को आयोजित की गई थी और इसके परिणाम 14 जून की निर्धारित घोषणा तिथि से पहले 4 जून को घोषित किए गए थे। अनियमितताओं और पेपर लीक का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किए गए क्योंकि परिणामों से पता चला कि 67 छात्रों ने 720 के पूर्ण स्कोर के साथ परीक्षा में टॉप किया था। छात्रों द्वारा फिर से परीक्षा की मांग करते हुए अदालतों में याचिकाएँ दायर की गई हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 1,500 से अधिक छात्रों की फिर से परीक्षा की अनुमति दी है जिन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए थे।
13 जून को, एनटीए ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि एनईईटी-यूजी 2024 परीक्षा में ग्रेस मार्क्स दिए गए 1563 उम्मीदवारों के स्कोरकार्ड रद्द कर दिए जाएंगे और इन उम्मीदवारों के पास 23 जून को परीक्षा के लिए फिर से उपस्थित होने का विकल्प होगा, जिसके परिणाम 30 जून से पहले घोषित किए जाएंगे, या समय की हानि के लिए दिए गए प्रतिपूरक अंकों को छोड़ देंगे।
सीबीआई ने शुरू की जांच शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर सीबीआई ने नीट परीक्षा पेपर लीक मामले में आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 (विश्वासघात) और 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत एफआईआर दर्ज की है। सीबीआई ने यह नया मामला दर्ज किया है। सीबीआई बिहार पुलिस से अपने मामले की
जांच रिपोर्ट भी मांगेगी। ताकि अब तक की उनकी जांच के आधार पर पूरे मामले को समझा जा सके। सीबीआई की एक टीम पटना और एक टीम गुजरात के गोदरा पहुंच चुकी है और जल्द ही मामले के आईओ जांच अधिकारी से मुलाकात कर मामले की जानकारी लेगी।