सामने आया राजस्थान में सुस्त वैक्सीनेशन का कारण, केंद्र से नहीं आए मई में मिलने वाले 17 लाख टीके

कोरोना के इस दौर में वैक्सीनेशन का महत्व सभी जानते हैं और यही कारण हैं कि युवाओं का वैक्सीन स्लॉट मिनटों में भर रहा हैं। लेकिन देखा जा रहा हैं कि राजस्थान में वैक्सीन की कमी की वजह से टीकाकरण की रफ्तार धीमी पड़ गई हैं।इसका प्रमुख कारण सामने आया केंद्र से आवंटित वैक्सीन का प्रदेश में ना आ पाना।राजस्थान को मई में जितने टीके आवंटित किए थे। उनमें से 16.90 लाख टीके अभी तक भी केंद्र ने नहीं भेजे हैं। केंद्र के इस रवैये के कारण प्रदेश में टीकाकरण लगभग ठप होने के कगार पर पहुंच गया है। केंद्र द्वारा जो 17.34 लाख टीके 15 मई से पहले भेजे जाने थे उनमें से ही 3,67,390 टीके अब तक नहीं आए। गनीमत यह है कि कम टीकाकरण के बावजूद 1.60 करोड़ वैक्सीनेशन के साथ राजस्थान देश में दूसरे नंबर पर बना हुआ है। मगर टीके की कमी से 45+ और 60+ के लोगों का टीकाकरण चक्र गड़बड़ा रहा है। 18+ लोगों के टीके खत्म होने की स्थिति में पहुंच चुके हैं। कभी भी दिल्ली सरकार की तरह 18+ के टीके बंद करने पड़ सकते हैं।

चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा सहित अफसरों ने 8 बार चिट्ठी मेल पर हालात से अवगत करवा दिया। लेकिन केंद्र टीके नहीं दे रहा है। रघु शर्मा का तो साफ कहना है कि केंद्र ने टीके से लेकर ऑक्सीजन तक सारी प्रक्रिया अपने हाथ में ले रखी है, इसलिए राज्य सरकार चाहते हुए भी टीकाकरण का प्रतिदिन 7 लाख का लक्ष्य हासिल नहीं कर पा रही है। 15 मई से पहले 17,34,750 टीके केंद्र से आने थे जिसमें से 13,67,460 आए अर्थात पहले के ही 3,67,390 टीके बाकी हैं और इसी के साथ ही 15 मई के बाद आने वाले 16,48,450 टिके में से 13,23,450 आने बाकी हैं।

सीएम गहलोत ने चेताया- केंद्र वैक्सीन दे, वर्ना तीसरी लहर में हम बच्चों को बचा नहीं पाएंगे

सीएम अशोक गहलोत ने वैक्सीन को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि सभी के लिए वैक्सीन का इंतजाम नहीं हुआ तो तीसरी लहर में अब से कई गुना बदतर हालत बनेंगे। हम बच्चों को बचा नहीं पाएंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय आंकड़ेबाजी छोड़ राज्यों को ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन उपलब्ध कराए। यदि तीसरी लहर नेे बच्चों को प्रभावित किया तो देश माफ नहीं करेगा।