क्या इस्लामिक कानून के तहत जायज हैं सुअर के मांस वाली कोरोना वैक्सीन लगवाना! छिड़ी बहस

पूरी दुनिया कोरोना के कहर से जूझ रही हैं जो कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा हैं। इस महामारी ने कई विकसित देशों को भी परेशान कर रखा हैं और सभी इसकी वैक्सीन बनाकर इससे छुटकारा पाना चाहते हैं। कई देशों में वायरस की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा हैं। रूस, ब्रिटेन, अमेरिका समेत कई देशों में कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान भी शुरू हो गया है। जबकि कई देश वैक्सीनेशन की तैयारियों में जुटे हैं।

वहीं दुनियाभर के इस्लामिक धर्मगुरुओं के बीच इस बात को लेकर असमंजस है कि सुअर के मांस का इस्तेमाल कर बनाए गए कोविड-19 टीके इस्लामिक कानून के तहत जायज हैं या नहीं। इसे लगवाया जाए या नहीं।